UP Board Exam 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में कड़ी निगरानी रख रहा है। जिन परीक्षार्थियों के स्थान पर छद्म (साल्वर) परीक्षार्थी पकड़े गए हैं, उनके अन्य विषयों की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन विशेष रूप से किया जा रहा है। मूल्यांकन में यह देखा जा रहा है कि लिखावट एक जैसी है या अलग-अलग, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नकल कराई गई है या नहीं।
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नकल से जुड़े मामलों की जांच में तेजी

आपको बता दे कि, यूपी बोर्ड ने आजमगढ़ और हरदोई में पकड़ी गई बाहर लिखी कापियों के मामले में भी कड़ी जांच शुरू की है। एसटीएफ द्वारा पकड़ी गई इन कापियों के अनुक्रमांक की अन्य विषयों की कापियों का मूल्यांकन अलग से किया जा रहा है। यदि लिखावट अलग पाई जाती है तो यह सिद्ध हो जाएगा कि नकल में किसी बाहरी व्यक्ति ने मदद की थी। इन मामलों में उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-2024 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
साल्वर गैंग के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी
उक्त मामलों में पकड़े गए साल्वर और नकल के मामलों में बोर्ड द्वारा संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। साल्वर गैंग के संलिप्तता को प्रमाणित करने के लिए सभी संबंधित कापियों का मूल्यांकन किया जा रहा है। साथ ही, उत्तरपुस्तिकाओं की रिपोर्ट तैयार करने के लिए विशेष अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इन रिपोर्टों का उपयोग नकल के साक्ष्य के रूप में किया जाएगा।
नकल की आशंका वाले केंद्रों पर विशेष ध्यान

बोर्ड के अधिकारी उन केंद्रों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं, जहां पर नकल की आशंका जताई गई थी। राज्य स्तरीय पर्यवेक्षकों द्वारा रिपोर्ट के आधार पर, इन केंद्रों की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन विशेष रूप से किया जा रहा है। यदि किसी भी प्रकार की नकल पाई जाती है, तो नकल में शामिल स्कूलों की मान्यता रद्द की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षक संघ की खंड शिक्षाधिकारियों को पदोन्नति न देने की मांग
वहीं, राजकीय शिक्षक संघ ने खंड शिक्षाधिकारियों को समूह-ख (क्लास-2) के पदों पर पदोन्नति न दिए जाने की शिकायत की है। शिक्षक संघ का कहना है कि यह पदोन्नति नियमों के खिलाफ हो रही है और इससे शिक्षकों में असंतोष उत्पन्न हो सकता है। संघ के नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर शिक्षा निदेशालय और शासन से कई बार गुहार लगाई, लेकिन स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।
शिक्षक संघ का बहिष्कार की चेतावनी

राजकीय शिक्षक संघ ने इस मुद्दे को लेकर चेतावनी दी है कि यदि खंड शिक्षाधिकारियों को पदोन्नति दी जाती है, तो वह बोर्ड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार करेंगे। संघ ने यह भी मांग की है कि राजकीय पुरुष एवं महिला शिक्षकों को 50-50 प्रतिशत कोटा दिया जाए और खंड शिक्षाधिकारियों को उनके मूल कैडर में ही रखा जाए।
शिक्षक संघ ने इस मामले पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए अपर मुख्य सचिव से वार्ता करने का समय मांगा है। संघ के नेताओं का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तो उन्हें मजबूरन कठोर कदम उठाने होंगे।