UP News: उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के परिणामों ने प्रदेश की कई सीटों पर समीकरण बदल दिए हैं। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) का गठबंधन पहले के मुकाबले मजबूत हुआ है, जबकि भाजपा (BJP) को कुछ सीटों पर कमजोर स्थिति का सामना करना पड़ा है।
उत्तर प्रदेश की जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वे हैं फूलपुर, मझवा, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कुंदरकी, गाजियाबाद, कटेहरी और खैर विधानसभा की सेटों पर। इसके अलावा रायबरेली की ऊंचाहार सीट भी चर्चा में है।
एसटी हसन की संभावित उम्मीदवारी
मुरादाबाद के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा है कि अगर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का आदेश होगा, तो वे उपचुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव ने उनसे रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए कहा था, लेकिन पूर्व मंत्री आजम खां (Azam Khan) के सम्मान के चलते उन्होंने मना कर दिया था।
कुंदरकी विधानसभा सीट पर उपचुनाव
मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट खाली होने वाली है, क्योंकि यहां के विधायक जियाउर्रहमान (Ziaur Rahman) संभल लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हो गए हैं। इस सीट से समाजवादी पार्टी के जियाउर्रहमान बर्क विधायक थे लेकिन अब वो संभल सीट से सांसद बन गए हैं। उन्हें अपनी विधानसभा में तकरीबन 60 हजार की लीड़ मिली थी, जबकि 2022 का चुनाव बर्क ने 43 हजार वोटों से जीता था।
जियाउर्रहमान ने मंगलवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर भी साझा किया है। बर्क ने भाजपा के प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी को 1,21,494 वोटों से हराया था। जियाउर्रहमान बर्क को 5,71,161 वोट मिले थे। उन्होंने पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा और सांसद चुन भी लिए गए। जियाउर्रहमान बर्क संभल से युवा संसद के रूप में 18 वीं लोकसभा के लोकसभा सदस्य बने हैं।
संभल लोकसभा क्षेत्र से सपा ने डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क (Dr. Shafiqur Rahman Burke) के पोते जियाउर्रहमान बर्क को प्रत्याशी बनाया था, जिन्होंने जीत हासिल की। डॉ. बर्क का बीमारी के चलते निधन हो गया था, जिसके बाद पार्टी ने जियाउर्रहमान को मैदान में उतारा था। इस सीट पर सपा बीजेपी के मुकाबले और मजबूत होती दिख रही है।
बीजेपी पर निशाना
एसटी हसन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार में एक भी मंत्री मुस्लिम समाज से नहीं है। मुरादाबाद लोकसभा सीट पर हुए चुनाव के दौरान सपा ने उनका टिकट काटकर रुचि वीरा को दे दिया था, जिन्होंने भाजपा के सर्वेश सिंह को हराया था।