Ujjain Mahakal Temple wall collapsed: उज्जैन में लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर से कहर बरपाया है। शुक्रवार को महाकाल मंदिर के द्वार नंबर चार के पास एक निर्माणाधीन धर्मशाला की दीवार अचानक ढह गई। इस दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने तेजी से राहत कार्य शुरू किया और सभी घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
Read more: Madhya Pradesh: मैहर में तेज रफ्तार बस की खड़े ट्रक से जोरदार टक्कर, 9 की मौत, 24 घायल
धर्मशाला की दीवार गिरने से हुआ हादसा
यह हादसा महाकाल मंदिर के चार नंबर द्वार के पास बन रही एक धर्मशाला की दीवार गिरने से हुआ। हादसे के समय वहां कुल छह लोग मौजूद थे, जो मलबे के नीचे दब गए थे। रेस्क्यू टीम ने सभी को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान जयसिंहपुरा निवासी फरहीन (22) और शिवशक्ति नगर निवासी अजय (27) के रूप में हुई है। इस हादसे में चार अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें शारदा बाई (40) और तीन साल की रूही शामिल हैं। सभी को इंदौर के बॉम्बे अस्पताल रेफर कर दिया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
लगातार बारिश बनी हादसे की वजह
महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि इस निर्माणाधीन धर्मशाला की जगह पहले महाराज वाड़ा स्कूल हुआ करता था, जिसे हेरिटेज बिल्डिंग के रूप में विकसित किया जा रहा है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते धर्मशाला की दीवार कमजोर हो गई थी और आखिरकार शुक्रवार को ढह गई। दीवार गिरने से छह लोग मलबे में दब गए थे, जिन्हें रेस्क्यू टीम ने तेजी से निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दो लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी।
घायलों का इंदौर में इलाज, प्रशासन जुटा राहत कार्यों में
घटना के तुरंत बाद उज्जैन के कलेक्टर नीरज सिंह ने हादसे की जानकारी दी और बताया कि घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। चार लोगों की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल रेफर किया गया है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि मृतकों की पहचान हो चुकी है, जबकि दो अन्य घायलों की पहचान की जा रही है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है।
महाकाल मंदिर में पहले भी हो चुके हैं हादसे
यह पहली बार नहीं है कि महाकाल मंदिर के आसपास कोई बड़ा हादसा हुआ है। इससे पहले भी महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान एक बड़ा हादसा हो चुका है। होली के मौके पर मंदिर में गुलाल उड़ाने के दौरान आग लग गई थी, जिसमें 14 लोग बुरी तरह झुलस गए थे। उस हादसे में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
भारी बारिश उज्जैन में बन रही आफत
उज्जैन में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने न केवल आम जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि निर्माण कार्यों पर भी इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर जलभराव और दीवार गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। महाकाल मंदिर के पास हुए इस हादसे ने एक बार फिर से प्रशासन और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर में हो रहे लगातार निर्माण कार्यों की सुरक्षा पर भी अब नए सिरे से ध्यान देने की जरूरत महसूस की जा रही है।
Read more; Ghazipur News: अफजाल अंसारी का विवादित बयान, बोले-“गांजा भगवान का प्रसाद है, इसे कानूनी वैधता दें”
बारिश ने खोली प्रशासन की पोल, दीवार गिरने से बढ़ी चिंता
महाकाल मंदिर के पास हुए इस हादसे ने न केवल उज्जैन बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में चिंता की लहर दौड़ा दी है। भारी बारिश ने प्रशासन की तैयारियों और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतकों के परिवार के लिए यह हादसा एक गहरा सदमा है, जबकि घायलों का इलाज जारी है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस तरह के हादसों को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।