IAS Puja Khedkar News: ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर (IAS Puja Khedkar) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। उन पर सिविल सेवा परीक्षा में झूठ बोलकर आईएएस की नौकरी हासिल करने का आरोप है। मंगलवार सुबह वाशिम जिले के उनके आवास पर पुलिस ने छापा मारा और करीब डेढ़ घंटे तक छानबीन और पूछताछ की। पूजा खेडकर, जो पुणे से ट्रांसफर के बाद वाशिम जिले में पोस्टेड हैं, के घर पर सुबह-सुबह छह पुलिसकर्मी पहुंचे। इस टीम में तीन महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं। वाशिम पुलिस के साथ पुणे पुलिस की टीम भी मौजूद थी। पूजा खेडकर के कमरे में तीन महिला पुलिसकर्मी करीब सवा घंटे तक पूछताछ करती रहीं। पूछताछ के बाद वाशिम महिला पुलिस की टीम उनके आवास से रवाना हो गई।
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पूजा खेडकर का मीडिया के सामने बयान
सोमवार को मीडिया के सामने आई पूजा खेडकर ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर बात की। उन्होंने कहा कि वह अपने खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही केंद्रीय समिति के समक्ष अपना पक्ष रखेंगी और सत्य की जीत होगी। पूजा खेडकर ने मीडिया ट्रायल का शिकार होने की बात कही और कहा कि वह मीडिया को कोई जवाब नहीं देंगी और न ही किसी के प्रति बाध्य हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संविधान के तहत जब तक कोई दोषी साबित नहीं होता, तब तक वह निर्दोष है।
पूजा ने लगाए दो प्रमाण पत्र
सभी रिपोर्ट की जांच के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने साफ तौर से कहा कि पूजा को विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करना संभव नहीं है। इस तरह पूजा का आवेदन अस्वीकार कर दिया गया था। जिससे उनकी योजना पर पानी फिर गया था। पूजा खेडकर ने यूपीएससी (UPSC) में दो मेडिकल प्रमाण पत्र दिए थे, जिसमें से एक में उन्होंने खुद को आंखों से कम दिखाई देने की बात बताई थी और दूसरे में मानसिक बीमारी की बात कही गई थी। इन दोनों प्रमाण पत्रों के सहारे वह यूपीएससी परीक्षा की पीडब्ल्यूबीडी कैटेगरी के तहत चयनित हो गईं थी।
बता दें कि ये दोनों प्रमाण पत्र अहमदनगर सिविल हॉस्पीटल से बनवाए गए थे। ये दोनों सर्टिफिकेट दो अलग अलग कमेटियों की तरफ से जारी किए थे। एक सर्टिफिकेट जहां वर्ष 2018 में जारी किया गया है वहीं दूसरा 2021 का बताया जा रहा है। अपनी विकलांगता को साबित करने के लिए होने वाले मेडिकल टेस्ट से वह हमेशा दूर भागती रहीं उन्हें अबतक 6 बार अलग अलग सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बुलाया जाता रहा है लेकिन वह कभी कोविड का बहाना करके तो कभी किसी अन्य बहाना बनाकर टाल देती थी।
तूल पकड़ रहा मामला
आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर (IAS Puja Khedkar) का मामला इन दिनों तूल पकड़े हुए है। उनके पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें उनके सरकारी पद के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए हैं। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने मीडिया को पुराना जवाब देकर मामले पर बात करने से परहेज किया।
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मां का भी विवादित वीडियो वायरल
पूजा खेडकर की मां का एक विवादित वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह पुणे के एक किसान को पिस्तौल दिखाकर जमीन बेचने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रही हैं। यह घटना करीब दो महीने पुरानी बताई जा रही है, लेकिन वीडियो अब सामने आया है। वीडियो में पूजा की मां मनोरमा डी. खेडकर को पिस्तौल दिखाकर एक किसान को धमकाते देखा जा सकता है। पीड़ित किसानों ने दावा किया कि वे इस घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज कराने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया।
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पूजा खेडकर का ट्रांसफर
इस विवाद के बाद पूजा खेडकर को पुणे कलेक्टरेट से वाशिम कलेक्टरेट में सहायक जिलाधीश के रूप में ट्रांसफर कर दिया गया है, जहां उन्होंने 11 जुलाई को कार्यभार संभाला। खेडकर परिवार के पास पुणे में 25 एकड़ से अधिक जमीन है और उन्होंने किसानों को अपनी जमीन बेचने के लिए मजबूर करने की कोशिश की, लेकिन ज्यादातर किसानों ने इसका विरोध किया।
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आगे की जांच
पूजा खेडकर ने कहा कि वह जांच समिति के समक्ष अपना पक्ष रखेंगी और सत्य की जीत होगी। इस मामले में आगे की जांच जारी है और न्याय की उम्मीद बनी हुई है। हालांकि, इस मामले ने एक बार फिर से सिविल सेवा और सरकारी पदों पर भ्रष्टाचार और दुरुपयोग की गंभीरता को उजागर किया है। जनता और मीडिया की नजरें अब इस मामले की जांच और न्यायिक प्रक्रिया पर टिकी हुई हैं।
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