Sandeshkhali News : पश्चिम बंगाल में संदेशखाली मामला पूरे देश में काफी तूल पकड़ता नजर आ रहा है.राज्य में जिस तरह से महिलाओं के साथ उत्पीड़न और उनके खिलाफ हिंसक वारदातों की खबर आए दिन सामने आ रही हैं उससे ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ गई हैं.टीएमसी नेता शाहजहां शेख के खिलाफ संदेशखाली में सड़कों पर महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं बीते कई दिनों से उसको गिरफ्तार किए जाने की मांग उठ रही है लेकिन शाहजहां शेख अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।
Read more : UP पुलिस भर्ती परीक्षा के बाद अब UPPSC RO/ARO भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों ने की बड़ी मांग…..
सेक्शन 154 के तहत हुई गिरफ्तारी
वहीं राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कट्टर विरोधी कहे जाने वाले आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी आज सुबह संदेशखाली जाने के लिए अपने घर से निकले इसी दौरान पुलिस ने उन्हें रोक कर गिरफ्तार कर लिया.पुलिस का कहना है कि,विधायक को सेक्शन 154 के तहत गिरफ्तार किया गया है।
Read more : PM Modi ने अंतरिक्ष में जाने वाले चार एस्ट्रोनॉट के नामों का किया ऐलान
पीड़ित महिलाओं से मिलने जा रहे थे ISF विधायक
बताया जा रहा है कि,आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी मंगलवार सुबह संदेशखाली पीड़ित महिलाओं से मिलने जा रहे थे.इस दौरान विधायक को रोकने के लिए साइंस सिटी के पास पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई जहां विधायक और उनके समर्थकों की पुलिस से तीखी नोकझोंक हो गई जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।विधायक की गिरफ्तारी पर पुलिस ने बताया है कि,विधायक नौशाद सिद्दीकी को सेक्शन 154 के तहत अरेस्ट किया गया है जहां से उन्हें लालबाजार में कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया है।
Read more : Sidhu Moosewala के घर गूंजेगी किलकारी, माता चरण कौर अगले महिने देंगी बच्चे को जन्म
शाहजहां शेख के खिलाफ बढ़ता जा रहा विरोध
आपको बता दें कि,कोलकाता से करीब 100 किलोमीटर दूर संदेशखाली में बीते एक महीने से टीएमसी नेता शाहजहां शेख के खिलाफ महिलाएं विरोध प्रदर्शन कर रही हैं.महिलाओं का आरोप है कि,शाहजहां शेख और उसके गुण्डों ने संदेशखाली में आकर उनके साथ यौन उत्पीड़न किया है और उनकी जमीनों पर भी कब्जा कर लिया है.इसी विरोध में महिलाएं लगातार उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं महिलाओं के साथ ही बीजेपी कार्यकर्ताओं की भी मांग है कि,टीएमसी नेता को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.शाहजहां शेख लगातार गिरफ्तारी से बच रहा है राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां उसका पता लगाने में अभी तक नाकामयाब साबित हुई हैं।