Shree Krishna Janmashtami: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम पूरे भारत में हैं और खासकर कि मथुरा में इसका अत्यंत ही खूबसूरत नजारा देखने को मिलता हैं। कई जगह इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कल यानि कि 6 सित्मबर को ही मना ली गई। तो वहीं कुछ लोग आज इसे धूमधान से मना रहे हैं। आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में पूजा के लिए दिनभर में 4 शुभ मुहूर्त रहेंगे। आपको बता दे कि आज सूर्योदय के वक्त श्रीकृष्ण का जन्म नक्षत्र और तिथि, दोनों होने के कारण उदया तिथि की परंपरा के मुताबिक मथुरा, वृंदावन, द्वारका, पुरी और ज्यादातर मंदिरों में आज ही जन्माष्टमी मनाई जा रही है।
Read more: डीएम एवं एसपी ने जन्माष्टमी के अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में की बैठक
जानें शुभ मुहूर्त
सुबह- 06:30 से 08 बजे तक
सुबह- 11:00 से 02 बजे तक
रात – 05:30 से 09:30 बजे तक
जन्मोत्सव- 12:15 से 01 बजे तक
श्रीकृष्ण को अर्पित करें ये फूल और पत्ते
वैजयंती, कमल, मालती, गुलाब, गेंदा, केवड़ा, कनेर और मौलश्री (बकुल) के फूल
तुलसी, बिल्वपत्र, अपामार्ग, भृंगराज, मोरपंख, दूर्वा, कुशा और शमी के पत्र
जाने व्रत से जुड़ी जरूरी बातें
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के ब्रह्म मुहूर्त से अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त तक व्रत करना चाहिए। इसके बाद अगले दिन रोहिणी नक्षत्र खत्म होने पर व्रत खोलने का विधान ग्रंथों में बताया है। हालांकि कुछ लोग रात में 12 बजे के बाद ही व्रत पूरा कर देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। जानकारों का कहना है कि कोई भी व्रत अंग्रेजी कैलेंडर की तारीख से नहीं बल्कि सूर्योदय से अगले सूर्योदय तक रहता है।
बता दे कि उपवास में सेहत और स्थिति के हिसाब से फलों का जूस और सूखे मेवे लिए जा सकते हैं। दिन में थोड़ा फलाहार भी कर सकते हैं। शाम को पूजन के बाद राजगीरा, सिंघाड़ा या आलू से बनी चीजें खाई जा सकती हैं। आरती के बाद दूध पी सकते हैं। शास्त्रों में कहा है कि जिन महिलाओं के छोटे बच्चे हो, उन्हें कुछ जरूर खाना चाहिए।