बिहार संवाददाता-मंजीत सिंह
- विद्यालय की प्रिंसिपल ने छात्राओं पर लगाया अनुशासनहीनता करने का आरोप।
- छात्राओं ने विद्यालय के शौचालय की साफ सफाई सहित कक्षाओं में पंखे को लगाने के लेकर प्रिंसिपल से की थी शिकायत।
- रोहतास के बालिका उच्च विद्यालय में छात्राओं ने विद्यालय की कुव्यवस्था के खिलाफ उठाये सवाल तो प्रिंसिपल ने छात्रा को जड़ा तमाचा।
बिहार: रोहतास जिले के डेहरी स्थित रामारानी जैन बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं ने विद्यालय की प्रिंसिपल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की है। दरअसल छात्राओं का आरोप है कि विद्यालय परिसर में साफ-सफाई शौचालय में गंदगी एवं कक्षाओं में पंखा नहीं होने को लेकर प्रिंसिपल से शिकायत करने गई थी। जिसके बाद आग बबूला हुई प्रिंसिपल नीलम कुमारी ने छात्रा को थप्पड़ जड़ दिया।
जिसके बाद सभी छात्राओं ने प्रिंसिपल के खिलाफ विद्यालय परिसर में ही विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। छात्रा श्वेता कुमारी ने बताया कि विद्यालय परिसर में कई जगहों पर काफी गंदगी है इसके साथ ही शौचालय में काफी गंदगी रहती है जिसके कारण छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं विद्यालय के कक्षाओं में इस भीषण गर्मी में भी पंखे की व्यवस्था नहीं रहने के कारण छात्र भीषण गर्मी से परेशान रहती है। इन्हीं सब समस्याओं से प्रिंसिपल नीलम कुमारी को अवगत कराने जब छात्र गई तो प्रिंसिपल आग बबूला होकर छात्रा के साथ मारपीट कर दी।
वही इस मामले में रामारानी जैन बालिका उच्च विद्यालय की प्रिंसिपल नीलम कुमारी ने बताया कि छात्राओं पढ़ाई करने के लिए बोला जा रहा था। जिसके बाद छात्राओं द्वारा उनके साथ अनुशासनहीनता की गई है। हालांकि इस मामले में जब जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी मुझे कोई जानकारी नहीं है और इस मामले पर बोलने पर साफ इनकार किया| इस से प्रतीत होता है कि बरिये पदाधिकार को क्षत्राओ के प्रति कोई रुचि नही है.
डेहरी ऑन सोन अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन
बिहार: रोहतास जिला के डेहरी ऑन सोन अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष अनुमंडल न्यायाधीश कुमार गिरींद्र गौरव, अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव और अन्य न्याय अधिकारी हेमा कुमारी प्रवीण कुमार रजत दीप ने लोक अदालत में लगे सभी बेंचों का बारी-बारी से निरीक्षण कर अधिक से अधिक वादों के निष्पादन पर जोर दे रहे थे।
इसी क्रम में दक्षिण मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के बैंक कर्मियों का अपने ग्राहकों के प्रति उदासीनता रवैया देखकर बैंक कर्मियों को देखा गया कि बैंक ऋण वादों के पक्षकारो से इज्जत से बात नहीं कर रहे थे, बल्कि बैंक प्रबंधक पक्षकारों को कैंपस के किनारे ले जाकर सौदा बाजी करते देखा गया वहीं दूसरी तरफ यह भी देखा गया कि तुंबा ब्रांच के शाखा प्रबंधक और ऋण पक्षकारो के बीच में नोक झोक हो रही थी।
इस तरह के कार्य में स्टेट बैंक पीछे नहीं रहा। बैंकरों को तथा यथासंभव उनके ऋण वादों का निष्पादन का रास्ता निकाले, ताकि उन्हें लोक अदालत का लाभ मिलें। लोक अदालत में बैंकों से संबंधित 503 वाद- थे उन में 259 लाभार्थियों ने लोक अदालत का लाभ लिया वही आपराधिक मामले में अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी से संबंधित 46 वादों में निपटारा किया गया और ₹10000 जुर्माना जमा हुए। पैनल लॉयर रितेश कुमार ने लोग अदालत की जानकारी बताइए।