Gorakhpur: प्रदेश में बाढ़ बचाव की तैयारियों का हाल जानने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद फील्ड में उतर चुके हैं। शनिवार को गोरखपुर में उन्होंने राप्ती नदी के मलौनी-लहसडी तटबंध पर हुए सुरक्षात्मक कार्यों का डुहिया के समीप निरीक्षण किया। इस दौरान हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन कर बाढ़ बचाव के लिए हुए कार्यों के प्रति आभार जताया। तटबंध मार्ग पर भी उनका लोगों ने जगह-जगह स्वागत किया। लोगों के इस रुझान को विकासपरक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ बचाव को लेकर सरकार की समयबद्ध कार्ययोजना का अब दिख रहा परिणाम है और इस कार्ययोजना का लाभ बड़े पैमाने पर लोगों को मिल रहा है।
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सुरक्षात्मक कार्यों का भौतिक निरीक्षण किया
सीएम योगी शनिवार करीब 11 बजे डुहिया गांव पहुंचे। उनके साथ प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह भी मौजूद रहे। यहां उन्होंने बाढ़ बचाव को लेकर राप्ती नदी के मलौनी-लहसडी तटबंध पर हुए 6.57 करोड़ रुपये से अधिक से हुए सुरक्षात्मक कार्यों का भौतिक निरीक्षण किया। उन्होंने नदी तटबंध पर बोल्डर पिचिंग, स्पर, जिओ बैग आदि के कार्यों का अवलोकन करने के बाद संतोष जताया। इस दौरान सीएम ने गंडक संगठन के अंतर्गत बाढ़ की विभीषिका से आमजन को बचाने के लिए हुए कार्यों को लेकर लगाई गई फोटो गैलरी का अवलोकन किया।
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बड़ी संख्या में जुटे लोगों से सीएम ने संवाद किया
डुहिया में बड़ी संख्या में जुटे लोगों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि मानसून की अच्छी बारिश के साथ ही नदियों में बाढ़ ने भी दस्तक दे दी है। पर, भाजपा सरकार की बनाई कार्ययोजना के समयबद्ध क्रियान्वयन से किसी को फिक्र करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता रही है कि बाढ़ बचाव को लेकर सभी कार्य 15 जून तक पूरे कर लिए जाएं और यह समयसीमा काफी कारगर रही और इसका लाभ प्रदेशवासियों को मिलेगा।
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सरकार ने तटबंधों को सुरक्षित बना दिया
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर में पांच-सात वर्ष पहले मानीराम-कुदरिहा, मलौनी-लहसडी आदि तटबंध काफी संवेदनशील होते थे। 1998 में लहसडी बंधा कटने से शहर जलमग्न हो गया था। एयरफोर्स तक पानी पहुंच गया था। पर, सरकार ने कार्ययोजना बनाकर इन संवेदनशील तटबंधों को सुरक्षित बना दिया है। समय पर हुए कार्यों का आज परिणाम सबके सामने है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां जरूरत हुई वहां नदियों की ड्रेजिंग कराई गई, नदियों की धारा को चैनलाइज कराया गया, बोल्डर पिचिंग के काम कराए गए। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से सिर्फ बाढ़ से सिर्फ तटबंध ही सुरक्षित नहीं हुए हैं बल्कि जलजमाव की समस्या भी समाप्त हुई है।
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सीएम योगी ने की लोगों से अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ बचाव के कार्यों से जनहानि तो रुकी ही, जलजमाव से होने वाली बीमारियों से भी मुक्ति मिल रही है। इससे बीमारी के इलाज पर खर्च होने वाला पैसा अब लोगों की समृद्धि में सहायक बन रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाएं। गांव में गंदगी नहीं रहेगी तो बीमारियां भी दूर रहेंगी।
एयर और रेल कनेक्टिविटी मजबूत हुई
सीएम योगी ने गोरखपुर जिले और इसके ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में हुए अनगिनत कार्यों का उल्लेख भी किया। कहा कि आज गोरखपुर में फोरलेन, सिक्सलेन सड़कों का जाल बिछ रहा है। एयर और रेल कनेक्टिविटी मजबूत हुई है। विकास के नए-नए उपहार मिल रहे हैं। गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र को बाढ़ बचाव के साथ पशु चिकित्सा महाविद्यालय, एनसीसी एकेडमी जैसे अनेक सौगात मिले हैं।
पांच-सात साल में हुए विकास से इसकी नई पहचान बनी है। जल्द ही गोरखपुर ग्रामीण क्षेत्र में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम भी बनेगा। इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा जनहित के प्रति संवेदनशील रहते हैं। उनके मार्गदर्शन में पूरे प्रदेश में बाढ़ बचाव को लेकर बड़े पैमाने पर कार्य हुए हैं।
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