Ayodhya Monsoon Effect: Ayodhya में बारिश के बाद सिस्टम फेल है लेकिन कई जगहों पर इंजन चालू है ताकि भरे हुए पानी को निकाला जा सके कुछ दिनों तक पहले जहां विकास के दावे किए जा रहे थे वहीं पहली बारिश ने Ayodhya की पोल खोल दी है। वहीं जैसे-जैसे मानसून दस्तक दे रहा है वैसे-वैसे अयोध्या के विकास के दावे पर सवाल खड़ा हो रहा है।
दरअसल Ayodhya में मानसून की पहली बारिश हुई जिसमें राम मंदिर तक जाने के लिए बनाया रामपथ कई जगहों से धंस गया और सड़क पर बड़े-बड़े गड्डे बन गए। जिसके बाद अब इसकी गाज जिम्मेदार अफसरों पर गिरी है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, AE और JE को निलंबित कर दिया गया है।
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अफसरों पर गिरी गाज
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में रामपथ में हुए भ्रष्टाचार पर कड़ा एक्शन लेते हुए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ध्रुव अग्रवाल, असिस्टेंट इंजीनियर अनुज देशवाल और जूनियर इंजीनियर प्रभात पांडे को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं और जल्द ही रिपोर्ट मांगी है। सीएम योगी इस मामले में लापरवाही बरतने वाले और भ्रष्टाचार को लेकर किसी को बख्शने के मूड में नहीं है।
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सरकारी दफ्तरों में भरा पानी
महाजनी टोला के रिटायर्ड शिक्षक जय प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार सुबह 4 बजे बिजली कड़कने पर उनकी नींद खुली। देखा तो जिस कमरे में वह सो रहे थे उसमें पूरा पानी भर गया था। उन्होंने बताया कि दोपहर के बाद तक किसी तरह पानी बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि पानी की वजह से काफी फर्नीचर खराब हो गया। वहीं रामपथ के दोनों तरफ दुकानदारों ने बताया कि सड़क ऊंची कर दी गई है। सीवर लाइन से घरों की नालियों को कनेक्ट नहीं किया गया। इससे दुकानों में पानी भर गया और काफी सामान खराब हो गया।
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इन योजनाओं पर इतना हुआ खर्च
- राम पथ:
- बजट: 288.89 करोड़ रुपये
- 12.20 किलोमीटर लंबा
- 4 लेन मार्ग
- सड़क, यूटिलिटी डक्ट और सीवर निर्माण
- भक्ति पथ:
- बजट: 52.40 करोड रुपये
- 850 मीटर में टू लेन
- सड़क, यूटिलिटी डक्ट व सीवर लाइन
- राम जन्म भूमि पथ:
- बजट: 85.27 करोड़
- 700 मीटर में 4 लेन
- यूटिलिटी डक्ट और सीवर निर्माण