Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव से पहले हाल ही में इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर देश में राजनीतिक दलों की ओर से एक-दूसरे पर लगातार बयानबाजी जारी है.सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एसबीआई ने गुरुवार को इलेक्टोरल बॉन्ड की लिस्ट जारी कर दी है जिसके बाद राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर अपना बयान दिया है जिसमें उन्होंने बताया कि,इलेक्टोरल बॉन्ड को शुरू करने की योजना राजनीति में काले धन को खत्म करने के लिए शुरू की गई थी और इसे रद्द करने के बजाय इसमें सुधार किया जाना चाहिए।
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चुनावी बॉन्ड को खत्म करने के बजाय सुधार किया जाना चाहिए-अमित शाह
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर मचे घमासान के बीच केंद्रीय गृह मंत्री का बयान ऐसे समय आया है जब बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एसबीआई को सारी जानकारी सार्वजनिक करने का आदेश दिया है.इस मामले में सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा.अमित शाह ने कहा,राजनीति में काले धन के प्रभाव को खत्म करने के लिए चुनावी बॉन्ड लाया गया था.इस पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा उसको सभी को मानना होगा.मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पूरा सम्मान करता हूं लेकिन मुझे लगता है कि,चुनावी बॉन्ड को पूरी तरह खत्म करने की बजाय इसमें सुधार किया जाना चाहिए था।
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विपक्षियों पर गृह मंत्री ने साधा निशाना
गृह मंत्री ने चुनावी बॉन्ड को लेकर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि,विपक्षी दल के नेता राजनीतिक चंदा नकद में लेते थे,वे 1100 रुपये के चंदे में से सौ रुपये पार्टी के नाम पर जमा करते और एक हजार रुपये अपनी जेब में रखते थे…कांग्रेस पार्टी ने कई सालों तक इस सिस्टम को चलाया है।अमित शाह ने बताया कि,विपक्षी दल कह रहे हैं कि,चुनावी बॉन्ड से बीजेपी को फायदा हुआ है और राहुल गांधी ने कहा है कि,ये सबसे बड़ी जबरन वसूली गतिविधि थी.मैं इस बारे में अपना रुख स्पष्ट करना चाहता हूं.कुल 20,000 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड में से बीजेपी को लगभग 6,000 करोड़ रुपये मिले. बाकी बॉन्ड कहां गए? टीएमसी को 1,600 करोड़ रुपये मिले, कांग्रेस को 1,400 करोड़ रुपये मिले. बीआरएस को 1,200 करोड़ रुपये, बीजद को 750 करोड़ रुपये और द्रमुक को 639 करोड़ रुपये मिले।
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आप सभी का सामना नहीं कर पाएंगे
अमित शाह ने कहा,हमारे 303 सांसद होने के बावजूद हमें 6 हजार करोड़ रुपये मिले हैं और बाकी दलों को 242 सांसद होने के बावजूद 14 हजार करोड़ रुपये मिले हैं…किस बात को लेकर विपक्ष इतना हंगामा कर रहा है.मैं कह सकता हूं कि,एक बार हिसाब-किताब हो जाने के बाद वे आप सभी का सामना नहीं कर पाएंगे।