अम्बेडकर नगर संवाददाता- जितेन्द्र निषाद
अम्बेडकर नगर: बिजली चोरी रोकने के लिए बिजली विभाग समय समय पर चेकिंग अभियान चलाता है। इसके बाद भी नगर में बिजली चोरी नहीं रुक पा रही है। विजलेंस टीम के कर्मचारी खुद करतें हैं बिजली चोरी।
बिजली चोरों को पकड़ने की जिम्मेदारी वाले खुद कर रहे बिजली चोरी! नियम कानून सब कुछ इनके पास आकर बौना हो जाता है। लेकिन ये कर्मचारी सरेआम बिजली की चोरी करके गर्मी के कारण A.C चलाते है। सतर्कता विभाग के सदस्यों से इमानदारी की उम्मीद कैसे कर सकते हैं, क्या इन लोगों के ऊपर जांच पड़ताल करने वाले अधिकारी हैं नहीं या फिर यह नियमों से ऊपर हैं।
बिजली कटिया लगाने के लिए एफ आई आर दर्ज…
कार्यालय पुलिस प्रवर्तन दल के चारों कर्मचारी यहां निवास भी करते हैं, और चोरी की बिजली से A.C आदि चलाते हैं। गांव देहात में भी इन कर्मचारियों के संरक्षण पर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी होती है। लेकिन अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए ग्रामीण के गरीबों किसानों मजलूमो को परेशान कर रहे हैं। जिनके वैधानिक कनेक्सन हैं उन्हें भी बिजली कटिया लगाने के लिए एफ आई आर दर्ज कराने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। जिसके ऊपर बिजली चोरी रोकने का दारोमदार है। वह खुद बिजली चोरी से बिजली उपभोग कर रहा है।
बिजली चोरी रोकना विजिलेंस कर्मचारी का काम है…
बता दे कि जब घर में प्रवर्तन टीम नहीं होती तब भी पूरा दिन ऐसी चलता ही रहता है, और सरकार के बड़े राजस्व का नुक़सान हो रहा है। जब रखवाली करने वाला चोरी करने का आदती होगा फिर जनता में क्या संदेश जाएगा। जाहिर सी बातइजलएंस बिजलेन्स विभाग की इस चोरी में बिजली विभाग के कई सरकारी कर्मचारी भी शामिल हों सकते है। लेकिन बड़ों को बचाने के लिए अक्सर छोटों की बलि दे दी जाती है।
सवाल यह है, कि क्या बिजली चोरी रोकना विजिलेंस कर्मचारी का काम है, और क्या बिजलेंस कर्मचारी के पास इतनी शक्ति होती है, कि वह लाखों की बिजली चोरी करवा सकता है। फिर बिजली विभाग के सरकारी अधिकारी का क्या कार्य है, अगर बिजली विभाग के सरकारी अधिकारियों की नाक के नीचे बिजलेंस कर्मचारी लाखों के बिजली चोरी कर रही है।