पिछले दिनों मध्य प्रदेश के एक चुनावी जनसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित ने लोगों को लालच दिया कि अगर वे बीजेपी को वोट देंगे तो वे रामलला के दर्शन के लिए मुफ्त व्यवस्था करेंगे।
मुंबई: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वादा किया था कि अगर मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार सत्ता में बनी रहती है तो वह राज्य के लोगों के लिए अयोध्या की यात्रा की व्यवस्था करेगी। इसके बाद शिवसेना ने भारत के चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या उसने आदर्श आचार संहिता में ढील दी है। यह सवाल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उठाया है। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को एक पत्र भी भेजा है।
आदर्श आचार संहिता में दी गई ढील…
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें लगता है कि (इस बार) आदर्श आचार संहिता में ढील दी गई है। अगर ऐसा है तो हमें इसके बारे में पता होना चाहिए। उन्होंने क्रिकेट शब्दावली का उपयोग करते हुए ठाकरे ने आगे कहा, “भाजपा को फ्री हिट देना और हमें हिट विकेट के रूप में खारिज करना स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के हक में नहीं है।”
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हम भी जय भवानी बोल वोट मांगेंगे- ठाकरे
ठाकरे ने आगे कहा, ”बीजेपी ने तो कर्नाटक में ‘बजरंग बली की जय’ बोलकर मतदान करने बोला। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘बजरंगबली की जय’ बोलकर लोगों से चुनाव में वोट देने की अपील कर सकते हैं, तो आने वाले चुनाव में मैं भी अपने लोगों से ‘जय भवानी’ और ‘जय शिवाजी’ कहकर वोट देने की अपील करूंगा। ‘जय श्री राम’ बोलकर वोट करें। ‘गणपति बप्पा मोरिया’ बोलकर वोट देने की अपील करूंगा।”
चुनाव आयोग पर बोला हमला…
उद्धव ने कहा कि अगर चुनाव आयोग विपक्षी पार्टी के राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को उनके भाषणों के लिए नोटिस भेज रहा है, तो प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि वे काम कर सकते हैं। तो क्या वे(चुनाव आयोग) अमित शाह के भाषणों के बाद भी यही काम करने जा रहे हैं? अगर नहीं तो क्या चुनाव आयोग ने उनके(अमित शाह) लिए अलग आचार संहिता तैयार की?
रामलला के दर्शन कराने का अमित शाह ने किया वादा…
केंद्रीय मंत्री शाह ने इस सप्ताह की शुरुआत में एमपी में एक चुनावी सभा में कहा था कि अगर भाजपा मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रखती है, तो उनकी सरकार राज्य के लोगों के लिए अयोध्या में राम मंदिर में ‘दर्शन’ की व्यवस्था करेगी। अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को तय की गई है। उनके सहयोगी और बीजेपी के एक अन्य वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने भी एमपी चुनाव प्रचार के दौरान ऐसा ही वादा किया था।