Zero Terror Plans: गृह मंत्रालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को एरिया डॉमिनेशन प्लान और जीरो टेरर प्लान के माध्यम से कश्मीर घाटी में हासिल की गई सफलताओं को जम्मू में भी दोहराने का निर्देश दिया है. शाह ने साफ किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक दौर में है और अब यह एक संगठित बड़ी आतंकी हिंसक घटनाओं से सिमट कर छद्म लड़ाई तक सिमट गया है. लेकिन इसे समूल उखाड़ फेंकना होगा और इसके लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को समन्वय के साथ काम करना होगा.
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बैठक में केंद्र व राज्य के वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
बताते चले कि इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, रॉ के प्रमुख रवि सिन्हा, आइबी प्रमुख तपन डेका, सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडेय, नामित सेनाध्यक्ष लेफ्टनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जम्मू और कश्मीर दोनों भागों के कोर कमांडर समेत केंद्र व राज्य के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
किन मुद्दों पर हुई चर्चा ?
बीते दिन लगभग साढ़े चार घंटे तक चली इस बैठक में शाह ने जम्मू इलाके में आतंकवाद को समूल नष्ट करने की रणनीति पर चर्चा की गई. साथ ही, 29 जून से शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा तैयारियों की भी समीक्षा की गई. शाह ने स्पष्ट कर दिया कि मोदी 3.0 सरकार में भी आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति कायम रहेगी और सरकार आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है.
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शाह ने इनोवेटिव तरीका अपनाने पर जोर दिया
सभी एजेंसियों की ओर से दिए गए प्रजेंटेशन के बाद शाह ने आतंकियों के खिलाफ पुराने तरीके से कार्रवाई के बजाय इनोवेटिव तरीका अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “मोदी सरकार इनोवेटिव तरीकों से आतंकियों पर कार्रवाई कर एक मिसाल बनाने के लिए कटिबद्ध है.” इसके लिए शाह ने सभी एजेंसियों को मिशन मोड में काम करने और समन्वित तरीके से आतंकियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने पर बल दिया.
सरकार का मिलेगा पूरा सहयोग
इसी कड़ी में आगे अमित शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा एजेंसियों को सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा. कश्मीर घाटी में आतंकी घटनाओं में महत्वपूर्ण कमी और कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार को सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी उपलब्धि बताते हुए शाह ने कहा कि जम्मू में भी इसी रणनीति के तहत काम करना होगा. उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को स्थानीय खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने, सुरंगों का पता लगाने और ड्रोन का मुकाबला करने के लिए आधुनिक तकनीक अपनाने पर जोर दिया.
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सुरक्षा बलों ने कई सफलताएं हासिल की
कश्मीर घाटी में एरिया डॉमिनेशन प्लान और जीरो टेरर प्लान के तहत सुरक्षा बलों ने कई सफलताएं हासिल की हैं, जिससे वहां आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है. अब यही रणनीति जम्मू में भी अपनाकर वहां की स्थिति को सुधारने का प्रयास किया जाएगा.
शाह ने सुरक्षा एजेंसियों की सराहना की
सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री ने कश्मीर में शांतिपूर्ण स्थिति और स्थानीय आतंकवादियों की भर्ती के अब तक के सबसे कम ग्राफ पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन के लिए सुरक्षा एजेंसियों की सराहना भी की, जिसमें लोगों की रिकॉर्ड भागीदारी देखी गई. रविवार की बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के कुछ दिनों बाद हुई है, जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर में विदेशी आतंकवाद को कुचलने के लिए ‘संसाधनों के पूर्ण स्पेक्ट्रम’ का उपयोग करने का आह्वान किया था.