मोतिहारी संवाददाता- प्रमोद कुमार
Bihar: विगत कुछ दिन पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे और तमिलनाडु सरकार के मंत्री सह तमिल फिल्म अभिनेता मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सनातन धर्म डेंगू , मलेरिया और कोरोना जैसे संक्रामक बीमारी है। इसका सिर्फ विरोध ही नहीं बल्कि पूर्णतः सफाया होना चाहिए। इस बयान के विरोध में स्वामी विवेकानन्द सनातनी दर्शन मंच के द्वारा मोतिहारी के मधुबन छावनी चौक स्थित सिंह हॉस्पिटल में एक सभा का आयोजन किया गया।
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बयान देने वाले व्यक्ति का प्रतिकार करना चाहिए
इस सभा की अध्यक्षता जिला के मशहूर डॉक्टर और मोतिहारी सदर अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ० नागमणि सिंह और मंच संचालन विनय श्रीवास्तव ने किया। वक्ता के रूप में नागमणि सिंह ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन का यह बयान सनातन धर्म पर बहुत बड़ा आघात है। समस्त सनातनी लोगों को इस तरह का बयान देने वाले व्यक्ति का प्रतिकार करना चाहिए। इन्होंने कहा कि ऐसे राजनेता ही देश और समाज को कमजोर कर रहे हैं। सभा में मौजूद तकनीकी छात्र संगठन के बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष ई० सचिन राव राजपूत ने कहा कि ऐसे विधर्मी लोग को सनातन धर्म के लोग जरूर दंडित करें।
कार्रवाई की मांग किया
इन्होंने राष्ट्रपति और तमिलनाडु के राज्यपाल से घृणित बयान देने वाले उदयानिधि स्टालिन पर देशद्रोह का मुकदमा के तहत कार्रवाई की मांग किया। वहीं राज रौशन सिंह ने कहा कि ऐसे बयान देने वाले पहले सनातनी ही थे। बाद में लालच में किसी अन्य पंथ में चले गए। वहीं लोग आज सनातन धर्म पर गलत बयान दे रहे हैं। इनका डीएनए ही गलत है , इनके डीएनए की जांच अवश्य होनी चाहिए।