Surat Diamond Bourse: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 दिसंबर को दुनिया के सबसे बड़े कॉरपोरेट ऑफिस सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन करेंगे.सूरत डायमंड बोर्स दुनिया की सबसे बड़ी कॉरपोरेट इमारत होगी जिसके निर्माण में कुल 3400 करोड़ रुपये की लागत आई है.सूरत डायमंड बोर्स बिल्डिंग 35 एकड़ में फैला है जहां दुनिया भर से बड़े हीरा व्यापारी सूरत में अब पॉलिश किए हीरे को खरीदने के लिए आएंगे।
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उद्घघाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे दुनियाभर के मेहमान
सूरत डायमंड बोर्स के उद्घाटन के बाद ये स्थान कच्चे और पॉलिश किए गए हीरे के व्यापार का बड़ा केंद्र बन जाएगा.जहां पीएम मोदी इसका उद्घाटन करने के बाद सूरत इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भी उद्घाटन करेंगे।इस मौके पर दुनिया भर के करीब 25 हजार मेहमान कार्यक्रम में शामिल होंगे.कार्यक्रम के लिए दुनिया के कई बड़े और विकसित देशों के 250 से अधिक जाने-माने उद्योगपतियों को बुलावा भेजा गया है.ऐसे में यहां सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं.सूरत डायमंड बोर्स और एयरपोर्ट के 2 किमी के दायरे को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है।
34 सौ करोड़ रुपये की आई लागत
आपको बता दें कि,सूरत डायमंड बोर्स को बनाने में 3400 करोड़ रुपये की लागत आई है जो 35 एकड़ में फैली है.उद्घाटन के बाद ये बिल्डिंग दुनिया में हीरे के व्यापार का सबसे बड़ा केंद्र बन जाएगा जो दुनिया की सबसे बड़ी इंटरकनेक्टेड बिल्डिंग है जिसमें एकसाथ 4500 से अधिक कार्यालय होंगे.सूरत डायमंड बोर्स इमारत अमेरिका के रक्षा मंत्रालय की इमारत पेंटागन से भी बड़ी है जहां 175 देशों के 4200 से अधिक व्यापारी रह सकते हैं जो पॉलिश किए हीरे खरीदने के लिए भारत आएंगे।
अमेरिका की पेंटागन बिल्डिंग को छोड़ा पीछे
सूरत डायमंड बोर्स के उद्घाटन से पहले इस बात का दावा किया जा रहा है कि,इमारत की शुरूआत हो जाने के बाद डेढ़ लाख से अधिक लोगों को यहां सीधा रोजगार मिलेगा.जिसको लेकर पीएम मोदी का कहना है कि,सूरत डायमंड बोर्स ने अब पेंटागन को पीछे छोड़ दिया है जहां पिछले 80 वर्षों से अब तक दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत है।
4200 डायमंड ट्रेडर्स ने मिलकर कराया निर्माण
सूरत को दुनिया की सबसे बड़ी रत्न राजधानी के रुप में जाना जाता है जहां दुनिया के 90 प्रतिशत हीरे तराशे जाते हैं.सूरत डायमंड बोर्स को नई दिल्ली स्थित भारतीय वास्तुकला फर्म मॉर्फोजेनेसिस द्वारा डिजाइन किया गया है.इस बिल्डिंग में एक साथ 67 हजार लोग काम कर सकेंगे.बिल्डिंग में कॉफ्रेंस हॉल,बैंक्वेट हॉल,क्लब,हेल्थ क्लब से लेकर रेस्टोरेंट तक है.इमारत के भीतर के स्थान को लीज पर नहीं बेचा जा सकेगा क्योंकि 4200 डायमंड ट्रेडर्स ने मिलकर इसका निर्माण कराया है।
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