भारत मे ऐसे बहुत से कलाकार है, जो अपनी- अपनी कला के क्षेत्र में महान है। वहीं आज के समय में को सब जानते है। जो ओडिशा के एक विश्व प्रसिद्ध भारतीय रेत कलाकार हैं। उनकी कला ने उन्हें हर बार किसी न किसी पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
बता दें कि पटनायक ने दुनियाभर में 65 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रेत कला प्रतियोगिताओं और समारोहों में भाग लिया है और देश के लिए कई पुरस्कार जीते वही उन्हें 2014 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। वही प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने एक बार फिर ओडिशा के पुरी सागर तट पर अपनी खुबसूरत कला से एक बार फिर इंटरनेट पर वायरल होकर सबको हैरान कर दिए है। इस बार उन्होने जो रेत से कला कि है, वो किसी और कि नहीं बल्कि अमेरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की है, और ये बाइडेन के लिए कलात्मक स्वागत है। जो आज तक उनके स्वागत में ऐसा कभी नहीं हुआ है। G-20 में बने इस रेत कला में जो चित्र बना है उसमें एक संदेश भी लिखा है- ‘भारत में स्वागत’ है।
2000 दीपों का महत्व…
सुदर्शन पटनायक अपनी रेत कला के लिए जाने जाते है। वहीं इस बार कुछ अनोखा प्रदर्शन करके लोगो का दिल जीत लिए है। बता दें कि इस बार कि कला को G-20 में आ रहे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन कि है। यह रेत कला उनके भारत में स्वागत करने के लिए बनाया गया है। सुदर्शन पटनायक ने बताया कि जो यह सुन्दर रेत कला है। इसमें पांच टन रेत का उपयोग किया गया है। वहीं इसे पूरा करने में सैंड आर्ट इंस्टीट्यूट के छात्रों ने उनका सहयोग किया।
सुदर्शन पटनायक ने यह भी बताया कि छात्रों के सहयोग के बिना यह असम्भव था। रेत कला में जो दिये लगे है उसमें सुदर्शन का कहना है, कि हमने रेत कला में दिप का प्रयोग इसलिए किया है, क्योंकि हमारी संस्कृती में मेहमान का स्वागत दीपक के साथ किया जाता है। इसलिए इस रेत कला में 2000 दीयों का प्रयोग किया गया है। उन्होंने इससे पहले नवंबर 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीतने पर बाइडन की रेत से प्रतिमा बनाई थी।
कला का बेहतरीन उपयोग…
सुदर्शन पटनायक एक कलाकर तो है, साथ ही वह उड़ीसा राज्य में एक स्कूल भी चला रहे हैं। बता दें कि वह अपने छात्रों को रेत कि कला सिखाते समय यह हमेशा कहते है, कि अपने अंदर कि कल्पनाओं को रेत पर ढालना सिखो व अपनी बात कला के माध्यम से लोगो तक पहुचाओं। वहीं उनके काम में आपको अक्सर एक सामाज के प्रति या पर्यावरण संदेश देखने को मिलता है, उन्होंने अपनी कला का उपयोग जलवायु परिवर्तन, गरीबी और बाल श्रम जैसे मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्य किया है।