UP News:यूपी पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा में सख्ती व कार्रवाई के बावजूद सेंध लगाने की कोशिश की गई। सिपाही के 60244 पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से 2385 केंद्रों पर आयोजित लिखित परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश में पिछले तीन दिनों में 58 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें सॉल्वर गैंग के सदस्य भी शामिल हैं। परीक्षा की शुचिता और पवित्रता बनाए रखने के उद्देश्य से चलाए जा रहे पुलिस और एसटीएफ के संयुक्त अभियान में यह गिरफ्तारी की गई। हालांकि परीक्षा में कहीं भी कोई गड़बड़ी होने की सूचना नहीं मिली। पुलिस भर्ती परीक्षा में अव्यवस्थाएं भी दिखीं। शनिवार को महोबा और मिर्जापुर के चक्कर में तीन अभ्यर्थियों की परीक्षा ही छूट गई। यह परीक्षा रविवार को भी दो पालियों में होगी।
Read more : इन दो विद्वान को ज्ञानपीठ सम्मान से नवाजा जायेगा..
2 दिन में अब तक 37 के खिलाफ कार्रवाई
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि 15 फरवरी से लेकर 17 जनवरी को दोपहर 4.30 बजे तक 14 जिलों से कुल लोग गिरफ्तार या हिरासत में लिए गए हैं। परीक्षा के पहले दिन शनिवार को कुल 32 लोग गिरफ्तार किए गए, जिसमें सबसे ज्यादा 15 को एटा जिले के कोतवाली नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा पूर्वांचल में 22 शातिर गिरफ्तार किए गए। इनमें कई पेपर आउट कराकर नकल कराने वाले गिरोह से जुड़े हैं तो कुछ दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते धरे गए। वाराणसी-जौनपुर-मिर्जापुर में पांच-पांच, मऊ में चार, आजमगढ़ में दो और बलिया में एक गिरफ्तारी की पुष्टि हुई है। शुक्रवार को भी पूर्वांचल में 15 लोग पकड़े गए थे। ऐसे में 2 दिन में अब तक 37 के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
Read more : Kamal Nath ने BJP में शामिल होने के सवालों पर तोड़ी चुप्पी,कहा… मैं उत्साहित नहीं हूं
केंद्रों पर पांच सॉल्वर पकड़े गए
वाराणसी में शनिवार की सुबह पहली पाली में अलग-अलग केंद्रों पर पांच सॉल्वर पकड़े गए। राजातालाब, बड़ागांव, चितईपुर, रोहनिया में बने सेंटरों पर दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते इन्हें हिरासत में लिया गया। वहीं मिर्जापुर में फर्जी प्रश्नपत्र बनाकर बेचने वाले गिरोह से जुड़े तीन व दो सॉल्वरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
Read more : लोकसभा चुनाव से पहले क्या कमलनाथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में होंगे शामिल?
पांच आरोपियों पकड़ा गया
इसी तरह जौनपुर में पांच आरोपियों को सेंटर से मिली शिकायत के आधार पर पकड़ा गया। इसमें चार पर अफवाह फैलाने का आरोप है। वे पेपर लीक होने की सोशल मीडिया पर फर्जी सूचना दे रहे थे। मऊ में प्रथम पाली के दौरान एक फर्जी परीक्षार्थी समेत चार शातिर पकड़े गए हैं। इनके पास से कई फर्जी एडमिट कार्ड, 13 हजार नगदी, चार चारपहिया भी बरामद हुए।
आजमगढ़ में दो सेंटरों से दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहे बिहार निवासी दो युवकों को पकड़ा गया। दोनों बायोमैट्रिक जांच के दौरान चिन्हित हुए। वहीं बलिया में पुलिस भर्ती परीक्षा पास कराने के लिए पैसा लेने वाले एक शातिर को पुलिस ने पकड़ लिया। उसके पास अभ्यर्थियों से वसूले गए नौ लाख रुपये, 13 प्रवेश पत्रों की फोटो कॉपी,चार फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए।
Read more : दिल्ली में बड़ा हदसा,चलते-चलते पटरी से मालगाड़ी की 8 बोगी पलटी
चारों अभ्यर्थियों के नाम का खुलासा नहीं किया
यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में प्रयागराज में भी सेंधमारी की तैयारी थी। गनीमत रही कि क्राइम ब्रांच ने 5 सॉल्वर और 4 अभ्यर्थियों को परीक्षा से एक दिन पहले गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 16 एडमिट कार्ड, 4 ब्लूटूथ डिवाइस, 4 वाइस रिसीवर, 80 हजार रुपये, कार और सात मोबाइल बरामद हुए हैं। झूंसी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पांचों सॉल्वर को शनिवार को जेल भेज दिया। वहीं गैंग से जुड़े 3 लोगों को पुलिस ने वांछित किया है। पकड़े गए सॉल्वर गिरोह के सभी सदस्य प्रयागराज के ही हैं वहीं पुलिस ने चारों अभ्यर्थियों के नाम का खुलासा नहीं किया है।
Read more : दिल्ली में बड़ा हदसा,चलते-चलते पटरी से मालगाड़ी की 8 बोगी पलटी
परीक्षा केंद्र में पहुंचने से पहले ही इस गैंग को पुलिस ने पकड़ लिया
डीसीपी नगर दीपक भूकर के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने 16 फरवरी को झूंसी पुलिस के साथ मिलकर सॉल्वर गैंग का खुलासा किया। पुलिस ने गैंग के सरगना विजयकांत पटेल, विकास कुमार, निगम पटेल, विजय बहादुर यादव और मनीष पटेल को गिरफ्तार कर लिया। इनके साथ चार अभ्यर्थी भी पकड़े गए। पुलिस ने बताया कि शनिवार और रविवार को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में नकल कराने की तैयारी थी। विजयकांत पटेल समेत गैंग के अन्य सदस्यों ने सभी अभ्यर्थियों से दस-दस लाख रुपये में सिपाही भर्ती पास कराने का ठेका लिया था। परीक्षा से पूर्व 50-50 हजार रुपये एडवांस लिए गए थे। परीक्षा में नकल कराने के लिए अभ्यर्थियों को हाईटेक ब्लूटूथ डिवाइस और एक रिसीवर दिया गया था। जिसे छिपाकर ये परीक्षा केंद्र में जाते। वहीं पर सॉल्वर गैंग कॉल कर अभ्यर्थियों को नकल कराता। लेकिन परीक्षा केंद्र में पहुंचने से पहले ही इस गैंग को पुलिस ने पकड़ लिया।
Read more : विश्वास मत के दौरान गरजे अरविंद केजरीवाल, बोले…देश कर देंगे…मुक्त
मोबाइल चैट के आधार पर जांच की जा रही..
डीसीपी ने बताया कि कॉल डिटेल और मोबाइल चैट के आधार पर जांच की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गैंग में और कौन-कौन शामिल है। पुलिस भर्ती परीक्षा में अव्यवस्थाएं भी दिखीं। शनिवार को महोबा और मिर्जापुर के चक्कर में तीन अभ्यर्थियों की परीक्षा ही छूट गई। बिहार के अलग-अलग जनपदों से आए ये अभ्यर्थी शनिवार को महुअरिया स्थित जीआईसी परीक्षा केंद्र के सामने बैठ अपनी किस्मत को कोसते रहे। वे उप्र पुलिस भर्ती बोर्ड लखनऊ से प्रवेश पत्र को लेकर आए मेल को दिखाते रहे। मेल के मैसेज में कभी महोबा जीआईसी तो कभी मिर्जापुर जीआईसी उनके परीक्षा केंद्र बताए गए। सबसे पहले उन्हें महोबा में सेंटर होने की सूचना दी गई। शुक्रवार को रात दस बजे फिर मैसेज आया कि सेंटर मिर्जापुर जीजीआईसी कर दिया गया है, शनिवार सुबह अचानक फिर महोबा सेंटर का मैसेज आया। ऐसे में मिर्जापुर और महोबा के चक्कर में वे परीक्षा से ही वंचित हो गए।