Siddharthnagar News: उत्तर प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ ‘बुलडोजर राज’ का सिलसिला जारी है, लेकिन इस बार जो हुआ, वो चौंकाने वाला है। आमतौर पर बुलडोजर का निशाना भ्रष्टाचारियों, दंगाइयों, और रेप के आरोपियों के घर होते हैं। पर इस बार बाबा का बुलडोजर खुद पुलिस थाने पर ही चल गया। ये अनोखी घटना हुई है सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) के नौगढ़ में, जहां अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत पुलिस थाने की दीवार को ही ध्वस्त कर दिया गया।
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कैसे थाने पर चला बुलडोजर?
मंगलवार को सिद्धार्थनगर जिले के सरकारी अफसरों ने जब अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाया, तो इस बार निशाने पर खुद पुलिस थाना आ गया। सरकारी दस्तावेजों के अनुसार खजुरिया रोड की चौड़ाई 18 मीटर होनी चाहिए, लेकिन अतिक्रमण के कारण यह सड़क केवल 8 मीटर की रह गई थी। इसी के चलते नगर पालिका ने इस अतिक्रमण को हटाने की जिम्मेदारी जिले के दो सख्त अफसरों—ADM उमाशंकर सिंह और SDM ललित कुमार—को सौंप दी थी।
थाने पर बुलडोजर चलाने का आया आदेश
जब प्रशासनिक अधिकारी बुलडोजर लेकर थाने की दीवार और मेन गेट को गिराने पहुंचे, तो पुलिसकर्मियों में हलचल मच गई। थाने के प्रभारी और सर्किल ऑफिसर (CO) ने तुरंत अधिकारियों को रोकने की कोशिश की। उन्होंने तर्क दिया कि थाने की दीवार तोड़ना गलत है और इसके लिए लिखित आदेश की मांग की। परन्तु ADM उमाशंकर सिंह और SDM ललित कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि कोई भी अवैध अतिक्रमण नहीं बचेगा, चाहे वह पुलिस थाना ही क्यों न हो।
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ADM और SDM की सख्ती
ADM उमाशंकर सिंह ने थाना प्रभारी को साफ शब्दों में कहा, “आपकी ड्यूटी है ऊपर बात करना। मुझे जिससे बात करनी थी, मैंने कर ली। अब आप प्लीज अपना काम करें और गेट को सांकेतिक तौर पर तोड़ दें।” अधिकारी अपने फैसले पर अड़े रहे, और अंततः बुलडोजर की ताकत के आगे पुलिसकर्मियों की एक नहीं चली। बुलडोजर ने थाने की दीवार और गेट को कुछ ही सेकंडों में ध्वस्त कर दिया।
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अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर की सख्ती
सिद्धार्थनगर की खजुरिया रोड पर बढ़ते अतिक्रमण के कारण शहर में जाम की समस्या गंभीर हो गई थी। इसी समस्या को हल करने के लिए जिला प्रशासन ने यह कठोर कदम उठाया। जहां एक ओर नगर पालिका की ओर से दो अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी, वहीं दूसरी ओर उन अधिकारियों ने बिना किसी दबाव के काम को अंजाम दिया। ADM उमाशंकर सिंह और SDM ललित कुमार ने पुलिस के विरोध के बावजूद थाने के कब्जे को तोड़ने का आदेश दिया और अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई को सफलतापूर्वक पूरा किया।
‘बुलडोजर राज’ में पद और विभाग भी नहीं सुरक्षित
उत्तर प्रदेश में बाबा का बुलडोजर अतिक्रमणकारियों पर सख्ती से चल रहा है। यह बुलडोजर किसी धर्म, जाति, पद या विभाग को नहीं देखता। चाहे मामला थाने का हो या किसी और सरकारी संपत्ति का, हर अवैध निर्माण को गिराना ही प्रशासन का उद्देश्य है। इस घटना ने साफ कर दिया कि ‘बुलडोजर राज’ में कोई भी सुरक्षित नहीं है, यहां तक कि पुलिस भी नहीं।