Sharad Pawar on Security:शरद पवार, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख हैं, ने हाल ही में दी गई जेड-प्लस सुरक्षा को अपनाने से इनकार कर दिया है। यह सुरक्षा केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई समीक्षा के बाद प्रस्तावित की गई थी, और इसे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) द्वारा प्रदान किया जाना था। पवार (Sharad Pawar)का सुरक्षा प्रस्ताव को ठुकराना राजनीतिक हलकों में गहरी चर्चा का विषय बन गया है।
उनका यह कदम उनकी सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर रहा है। पवार ने सुरक्षा प्रस्ताव मिलने पर हैरानी भी जताई थी, जिससे इस मामले पर ध्यान और भी बढ़ गया है।ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि क्या कोई वीआईपी केंद्र सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा को मना कर सकता है। चलिए आपको इसके बारें में विस्तार से बताते हैं।
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मुझे नहीं पता मेरी सुरक्षा क्यों बढ़ाई जा रही: पवार
केंद्र ने केंद्रीय एजेंसियों द्वारा खतरे के आकलन की समीक्षा के बाद उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की वीआईपी सुरक्षा शाखा की जेड प्लस सुरक्षा दी थी। हालांकि, पवार का कहना है कि उन्हें यह नहीं पता कि उनकी सुरक्षा क्यों बढ़ाई जा रही है।
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सुरक्षा पर जताया था शक
शरद पवार ने जेड-प्लस सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता और संदेह स्पष्ट किया है। उन्होंने सुरक्षा के प्रस्ताव को लेकर कहा कि यह सुरक्षा उनके बारे में प्रामाणिक जानकारी प्राप्त करने का एक तरीका हो सकता है, विशेषकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नजदीक होने के कारण। पवार ने इसे जासूसी का एक साधन मानते हुए इस पर तंज भी कसा था।उनका यह बयान सुरक्षा की राजनीति और उसके संभावित उद्देश्यों पर सवाल उठाता है। पवार ने सुरक्षा को लेकर जो संदेह व्यक्त किया है,
वह केंद्र सरकार के सुरक्षा प्रबंधों और उनकी वास्तविक मंशा पर भी एक महत्वपूर्ण विमर्श को जन्म देता है। केंद्र सरकार ने बुधवार को शरद पवार को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने की घोषणा की थी, जो भारतीय सुरक्षा तंत्र का उच्चतम स्तर है और इसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) द्वारा सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है। पवार का संदेह इस सुरक्षा के पीछे की नीयत और उद्देश्य को लेकर असमंजस और आशंका को दर्शाता है।
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Z+ कैटगरी में किस तरह की सुरक्षा मिलती है
Z+ कैटगरी में 10 से अधिक NSG कमांडो होते हैं। इसके अलावा घर की सुरक्षा के लिये अतिरिक्त CRPF के जवान और स्थानीय पुलिसकर्मी होते हैं. कुल सुरक्षाकर्मियों की संख्या की बात करें तो जेड प्लस सिक्योरिटी में कुल 36 सुरक्षाकर्मी एक वीआईपी की सिक्योरिटी में लगे होते हैं। ये सुरक्षा वीआईपी को घर, कार्यालय, राज्य और दूसरे राज्य में जाने पर भी मिलती है।