कुशीनगर संवाददाता- ज्ञानेश्वर बरनवाल
कसया/कुशीनगर। कसया थाना क्षेत्र के ग्रामसभा मैनपुर के टोला शिवपट्टी निवासी मधुकर ललित त्रिपाठी का 12 वर्षीय बेटा रमन त्रिपाठी ‘शिवांत’ बीते 1 अगस्त मंगलवार संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। ज़ब देर शाम तक नहीं आया तो परिवार के लोगों ने उसकी बहुत तलाश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी।बीते 2 अगस्त बुधवार करीब दो बजे शिवपट्टी से अभिनायकपुर मार्ग पर गांव के पास स्थित खउवा नाला पर बने पैनी पुल के नीचे झाड़-झंखाड़ मे फसी एक लाश ग्रामीणों द्वारा देखी गई थी। जिसकी पहचान रमन त्रिपाठी के रुप मे हुई,पुलिस ने मृतक बच्चे के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज कर जाँच शुरू कर दिया था।
पुलिस की पूछताछ
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि पीड़ित परिवार एक कुत्ते को खाना खिलाता था,जो घर के पास ही रहता था।हत्या के कुछ दिन पहले हत्यारोपी शमशुद्दीन उर्फ़ मंगरू ज़ब रमन के घर के पास से गुजर रहा था,तो कुत्ते ने उन पर भौंकना शुरू कर दिया,तो मंगरू ने कुत्ते पर हमला कर मारने लगा तो इसका पीड़ित परिवार ने विरोध किया,उसके बाद आरोपी वहा से चला गया उसके बाद बीते 1 अगस्त को ज़ब शमशुद्दीन उर्फ़ मंगरू ने रमन त्रिपाठी को करीब 2 बजे देखा तो कहा कि “चलो पुलिया के तरफ शौच करने चलते है तभी ज़ब रमन पुलिया के पास पहुंचा तो शमशुद्दीन उर्फ़ मंगरू ने गाली देते हुए कहा कि उस दिन तुम्हारे परिवार वालों कुत्ते को लेकर विवाद कर दिया था औऱ आरोपी ने मृतक रमन से मारपीट शुरू कर दिया इसी दौरान रमन पुलिया के नीचे गिर गया व उसकी दर्दनाक मृत्यु हो गयी।
पुलिस कसया ने किया खुलासा
गुरुवार को इस हत्याकांड का सीओ कसया ने खुलासा करते हुए बताया कि बीते 2 अगस्त को 12 वर्षीय रमन त्रिपाठी का शव बरामद हुआ था,पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि हुई थी,पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की गहनता से जाँच कर रही थी।कसया पुलिस ने रमन हत्याकांड का 15 दिन के भीतर घटना का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को शमशुद्दीन उर्फ़ मंगरू (19 वर्ष) पुत्र स्व. तफीज अंसारी निवासी ग्रामसभा मैनपुर टोला शिवपट्टी को गुरुवार दोपहर प्रेमनगर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है।
दोनों में विवाद हुआ
बताया कि हत्या के कुछ दिन पूर्व इन दोनों में विवाद हुआ था। हत्यारे ने बीते 1 अगस्त को ही रमन त्रिपाठी की हत्या को अंजाम दिया था।पुलिस ने थाना स्थानीय पर मु0अ0स0 697/2023 धारा 363 302 201 I.P.C दर्ज कर अन्य आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।गिरफ्तारी करने वाली टीम थानाध्यक्ष कसया डॉ आशुतोष तिवारी,अपराध निरीक्षक दिग्विजय नारायण राय,एसएसआई हरेराम सिंह यादव,एसआई शेषनाथ यादव, कांस्टेबल गोविंद यादव शामिल रहे।
डाक्टरी रिपोर्ट में आया था चोटों का निशान
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद रमन तिवारी की हत्या की पुष्टि हो गयी थी।रिपोर्ट में मृतक रमन के शरीर के चेहरे सर सहित गले पर चोटों के निशान थे।