MK Stalin Secret Meeting with Adani: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) ने पट्टाली मक्कल काची (PMK) के संस्थापक डॉ. एस रामदास द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनके बयान आधारहीन हैं। रामदास ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री स्टालिन ने 10 जुलाई को अडानी समूह (Adani Group) के अध्यक्ष गौतम अडानी (Gautam Adani) से चेन्नई स्थित अपने आवास पर गुप्त मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने इस आरोप को एक सिरे से खारिज किया और कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही इस मुद्दे पर अपनी स्पष्टता दी है।
रामदास ने लगाया सीक्रेट बैठक का आरोप
रामदास ने अपने बयान में आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री स्टालिन और गौतम अडानी के बीच 10 जुलाई को एक निजी बैठक हुई थी, जिसे सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा, “गुप्त बैठक के पीछे क्या कारण थे? ….राज्य सरकार को इस बैठक के उद्देश्य पर जांच करनी चाहिए और जनता को इसके बारे में खुलकर बताना चाहिए।” रामदास ने अडानी समूह (Adani Group) के खिलाफ अमेरिका में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों को भी उठाया और यह सवाल उठाया कि क्या राज्य सरकार अडानी समूह से संबंधित किसी भी तरह के सौदों में जरूर शामिल रही है।
मुख्यमंत्री ने बेबुनियाद आरोपों पर दी प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) ने रामदास के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी (Senthil Balaji) पहले ही इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दे चुके हैं। उन्होंने आरोपों को “बेबुनियाद” और “तोड़-मरोड़ कर पेश किए गए” बताते हुए कहा, “हम हर बयान का जवाब नहीं दे सकते। ऐसा लगता है कि रामदास के पास कोई और काम नहीं है और वे रोज़ नए बयान जारी करते रहते हैं।” सीएम स्टालिन ने स्पष्ट किया कि अडानी समूह के साथ किसी भी प्रकार का कोई गुप्त सौदा या बैठक नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु सरकार ने अडानी समूह के साथ किसी भी प्रकार के संबंध को हर तरफ से नकारा है, खासकर तब जब अमेरिकी अदालत से इस समूह के खिलाफ आरोप सामने आए थे।
सेंथिल बालाजी ने अडानी से संबंधों का किया खंडन
तमिलनाडु के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी ने हाल ही में यह स्पष्ट किया था कि राज्य सरकार और अडानी समूह के बीच कोई व्यावसायिक या औपचारिक संबंध नहीं हैं। उन्होंने कहा, “2021 में डीएमके (DMK) सरकार के सत्ता में आने के बाद से तमिलनाडु बिजली विभाग का अडानी समूह से कोई सीधा संबंध नहीं है।” मंत्री ने बताया कि तमिलनाडु ने सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) के साथ समझौता किया था, जिसमें 1,500 मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदने का निर्णय लिया गया था, और इसमें अडानी समूह की कोई भूमिका नहीं है।
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विझुथुगल पहल का किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देने के दौरान दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक नई पहल “विझुथुगल” (Vizhuthugal) का भी उद्घाटन किया, जो एक वन-स्टॉप केंद्र के रूप में कार्य करेगा। इस पहल के माध्यम से तमिलनाडु सरकार दिव्यांग जनों को विभिन्न सेवाओं का एक साथ लाभ प्रदान करने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने राज्य में संभावित बाढ़ और वर्षा के खतरे को लेकर भी तैयारियों का जिक्र किया और भरोसा दिलाया कि तमिलनाडु सरकार किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
हालांकि मुख्यमंत्री ने रामदास के आरोपों को नकारा किया है, लेकिन इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। अडानी समूह पर उठते सवाल और आरोपों को लेकर राज्य में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री स्टालिन ने आरोपों को खारिज किया है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल इसे सरकार की असलियत उजागर करने के रूप में देख रहे हैं।