Muzaffarnagar News : सोमवार से कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। वहीं ये कांवड़ यात्रा 22 जुलाई, सोमवार से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी। कांवड़ यात्रा भगवान शिव के भक्तों के लिए बहुत महत्व रखती है। शिवभक्ति कांवड़ यात्रा में शामिल होकर मीलों चलकर गंगा नदी से जल लेकर आते हैं और भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। इसी को देखते हुए मुजफ्फरनगर प्रशासन ने 26 जुलाई से 2 अगस्त तक सभी बोर्डों के स्कूल कॉलेज बंद कर दिए हैं। मुजफ्फरपुरनगर में कांवड़ यात्रा को लेकर एतिहातन स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। शिवभक्त अब कावंड लिए जिले में एंट्री कर रहे हैं।
आदेश न मानने पर होगी कार्रवाई
बता दें कि डीआईओएस ने नोटिस जारी कर अवकाश की घोषणा की है। नोटिस में सभी बोर्डों चाहे वो प्राइमरी, हायर सेकेंडरी स्कूल हो, सीबीएसई हो, यूपी बोर्ड या फिर ICSC सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और मदरसा बोर्ड संचालकों को 26 जुलाई से 2 अगस्त तक स्कूल बंद करने का आदेश दिया है।डीआईओएस की ओर से सभी प्रधानाचार्यों और मदरसा बोर्ड संचालकों को यह आदेश पालन करने का कड़ा निर्देश दिया गया है। साथ ही आदेश न मानने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
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भीड़ के वजह से स्कूलों को बंद किया गया
वहीं भीड़ को देखते हुए यातायात योजना को लागू होने से छात्रों को स्कूल आने-जाने में होने वाली परेशानी को देखते हुए स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है।कांवर यात्रा शुरू होने के साथ ही में गंगा नदी से जल लेने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। कांवर यात्रा में ‘कांवर’ गंगा नदी के पानी से भरे एक बर्तन भरा जाता है जिसे एक सजावटी बांस की छड़ी पर लटकाया जाता है और कंधों पर टांगा जाता है।
कांवड़ यात्रा को लेकर विवाद
इस साल कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही काफी विवाद हुआ, जिसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा एक आदेश जारी करने के साथ हुई, जिसमें रेस्तरां और होटल मालिकों को कांवड़ यात्रा के मार्ग पर भोजनालयों के सामने अपना नाम प्रदर्शित करना अनिवार्य करने का आदेश दिया गया। इस फैसले को बाद में यूपी सरकार ने पूरे राज्य में लागू कर दिया।