Sambhal violence: उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई पत्थरबाजी और हिंसा के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अफवाह फैलाने के आरोप में फरहत नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ अधिवक्ता ने दी सफाई
इस बीच, वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने हिंसा के बाद अपने खिलाफ लगे आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने दावा किया कि उन पर नारेबाजी और हिंसा भड़काने के झूठे आरोप लगाए गए हैं। जैन ने कहा, “मैं पुलिस और प्रशासन के संरक्षण में जामा मस्जिद सर्वे के लिए गया था। मेरे खिलाफ जय श्रीराम के नारे लगाते हुए भीड़ लेकर जाने का आरोप पूरी तरह आधारहीन है।” उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और ज्ञानवापी मस्जिद समिति के सचिव पर गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया। जैन ने यह भी कहा कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं, और उन्होंने पुलिस से अपनी सुरक्षा की मांग की है।
अब तक 27 गिरफ्तार, सात पर एफआईआर दर्ज
पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 25 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। इसमें तीन नाबालिग भी शामिल बताए गए हैं। इस घटना के बाद सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। मुरादाबाद मंडलायुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने पुष्टि की कि हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि पुलिस और स्थानीय लोग घायल हुए हैं।
शाही जामा मस्जिद में होगी नमाज, सुरक्षा के किये कड़े इंतजाम
संभल में हालात सामान्य करने के लिए सुरक्षा बल तैनात हैं। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी अफवाह या गलत जानकारी पर ध्यान न देने का आग्रह किया है। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में कड़ी निगरानी का निर्देश दिया है और फ्लैग मार्च कर लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया। अतिरिक्त एसपी श्रीशचंद ने कहा, “हमने हिंसा प्रभावित इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण है, और इलाके में किसी भी प्रकार की नई हिंसा के संकेत नहीं हैं।” पुलिस ने पुष्टि की है कि शुक्रवार को शाही जामा मस्जिद में नमाज अदा की जाएगी। सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बल तैनात हैं। प्रशासन ने कहा है कि किसी भी हाल में माहौल बिगड़ने नहीं दिया जाएगा और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा को लेकर प्रशासन से पूरी रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने कहा, “प्रदेश में किसी भी प्रकार की हिंसा या अराजकता को सहन नहीं किया जाएगा। शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है।”
संभल में तनाव माहौल पर अब नियंत्रण
संभल की घटना ने पूरे प्रदेश का ध्यान खींचा है। पत्थरबाजी और हिंसा के इस मामले ने सवाल उठाए हैं कि आखिर किस तरह अफवाहें माहौल को खराब कर सकती हैं। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हालात पर नियंत्रण कर लिया है। अब देखना यह होगा कि हिंसा के पीछे के असली गुनहगारों को कब तक कानून के दायरे में लाया जा सकेगा।