Asian Games: पहलवान यौन उत्पीड़न मामले में दोषी भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के एक में दरार डालने के लिए कुश्ती संघ ने बड़ा दाव खेल कर प्रदर्शन कर रहे खिलाडियों में फूट डलाने की कोशिश में सफल होती नजर आ रही है ।
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दरअसल, कुश्ती संघ ने आगामी एशियाई खेलों में बजरंग और विनेश का चयन बिना किसी ट्रायल के कर लिया है । इस फैसले को लेकर मचे बवाल में आज एक और नाम शामिल हो गया है । संघ के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए साक्षी ने कहा है कि, ”उन्हें भी ट्रायल में छूट देने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसके लिए मना कर दिया। बजरंग-विनेश को सीधे टीम में प्रवेश देना गलत है। वहीं बजरंग-विनेश के साथ धरने पर बैठने वाली अंशु मलिक भी जूनियर पहलवानों के समर्थन में उतर आई हैं।”
‘मैं नही चाहती किसी भी बच्चे का हक छीना जाए’- साक्षी
इसके आगे साक्षी ने कहा कि, ”वह नहीं चाहती हैं कि किसी भी बच्चे का हक छीना जाए। वह बजरंग-विनेश को सीधे टीम में प्रवेश दिए जाने के खिलाफ हैं। उन्हें यह देखकर दुख हो रहा है कि जूनियर पहलवान अपने हक के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। साक्षी कहती हैं कि इस मामले में पारदर्शिता अपनाई जानी चाहिए थी। उनकी मांग सिर्फ इतनी है कि जो उन्होंने 10 अगस्त का तैयारियों के लिए समय मांगा था। उसी के अनुसार ट्रायल कराए जाएं।”
संघ के इस फैसले को ठहराया गलत – साक्षी
साक्षी ने संघ के इस फैसले को गलत ठहराते हुए कहा है कि, ”10 अगस्त के ट्रायल को ध्यान में रखते हुए वह तैयारियों के लिए बाहर आई हैं। उन्हें तीन-चार दिन पहले बताया गया कि बजरंग और विनेश को सीधे टीम में शामिल किया जा रहा है। वह भी इस बारे में मेल कर दें। उन्हें भी टीम में जगह दे दी जाएगी, लेकिन उन्होंने टीम में सीधे प्रवेश दिए जाने से तुरंत इन्कार कर दिया। साक्षी ने कहा कि न तो वह बिना ट्रायल के किसी टूर्नामेंट गई हैं और न ही आगे जाएंगी। साक्षी इस वक्त अपने पति सत्यव्रत कादियान के साथ अमेरिका में तैयारियां कर रही हैं।”
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एकता में फूट डालने के इरादे से लिया ये फैसला – साक्षी
गौरतलब है कि, साक्षी ने इस पहले ट्वीट ने संघ और सरकार के इस फैसले को गलत ठहराते हुए कहा था कि, सरकार ने यह फैसला सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले पहलवानों की एकता में फूट डालने के इरादे से किया है । इसके आगे उन्होने कहा कि, मैं इतना ही कहना चाहती हूं कि सभी को चयन का मौका मिलना चाहिये।’