RO Paper Leak: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (SRF) को पेपर लीक मामले में गुरुवार को एक बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ ने प्रयागराज के बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल पारुल सोलोमन को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की परीक्षा का पेपर लीक हो जाने के बाद एसटीएफ इस मामले की गहनता से जांच कर रही थी। आरोपी पारुल सोलोमन से पूछताछ की जा रही है और उन्हें पुख्ता सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
Read more: Hurun International ने जारी की सफल युवा उद्यमियों की लिस्ट,टॉप 5 में शामिल हुआ उत्तर प्रदेश
पेपर लीक के बाद रद्द हुई थी परीक्षा
यह मामला फरवरी 2023 का है, जब उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (UPPSC) ने समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। 11 फरवरी को आयोजित इस परीक्षा का पेपर लीक हो जाने के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। जांच में पता चला कि पेपर लीक बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल से हुआ था, जिसमें पूर्व प्रिंसिपल पारुल सोलोमन की भूमिका सामने आई थी। इसके बाद से एसटीएफ इस पूरे मामले की जांच में जुटी थी और अब आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कई बार बुलाने पर भी नहीं पहुंची थीं आरोपी प्रिंसिपल
एसटीएफ की लखनऊ यूनिट द्वारा इस मामले की जांच की जा रही थी। जांच में बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल के परीक्षा केंद्र से पेपर लीक होने की पुष्टि हुई थी। एसटीएफ ने पूर्व प्रिंसिपल पारुल सोलोमन को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने आने से इंकार कर दिया। इसके बाद एसटीएफ ने पुख्ता सबूत जुटाए और उन्हें प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया।
पहले से गिरफ्तार हो चुके हैं 10 आरोपी
इससे पहले एसटीएफ ने इस मामले में बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल के परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक विनीत यशवंत सहित 10 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों में पेपर लीक का मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा, विशाल दुबे, सुभाष प्रकाश और सुनील रघुवंशी भी शामिल थे। एसटीएफ की जांच में यह खुलासा हुआ कि पेपर 10-10 लाख रुपए में बेचा गया था। आरोपियों ने यह पेपर कुछ उम्मीदवारों को मोटी रकम के एवज में उपलब्ध कराया था।
भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस का नाम भी आया सामने
एसटीएफ की जांच में यह भी सामने आया कि इस पूरे पेपर लीक मामले में भोपाल की एक प्रिंटिंग प्रेस का भी कनेक्शन था। इस प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक करने की साजिश रची गई थी, जिसमें कई महत्वपूर्ण लोगों की भूमिका थी। एसटीएफ ने सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिससे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
प्रिंसिपल को जबरन हटाया गया था पद से
पेपर लीक के बाद बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल एंड कॉलेज के मैनेजमेंट ने पारुल सोलोमन को उनके पद से जबरन हटा दिया था। स्कूल प्रबंधन ने इस घटना के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए उनकी जगह शर्ली मसीह को नया प्रिंसिपल नियुक्त किया था। यह कदम पेपर लीक की गंभीरता को देखते हुए उठाया गया था।
एसटीएफ ने पाई बड़ी सफलता
एसटीएफ की इस सफलता को उत्तर प्रदेश के पेपर लीक घोटालों पर एक कड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। पेपर लीक के मामलों ने राज्य में परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए थे, लेकिन एसटीएफ की इस सफलता ने प्रशासन को मजबूती प्रदान की है। एसटीएफ की सख्त जांच और कार्रवाई ने ऐसे घोटालों पर नकेल कसने में मदद की है।
आरोपियों पर लगेगी सख्त धाराएं
एसटीएफ की जांच पूरी होते ही आरोपियों पर सख्त धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा। पेपर लीक मामले में शामिल सभी दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए जांच प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। इस पूरे मामले में आगे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है, जिससे परीक्षा घोटाले में शामिल अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। उत्तर प्रदेश में पेपर लीक के मामलों पर एसटीएफ की इस कार्रवाई को बड़ी सफलता माना जा रहा है। यह घोटाला परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए एक कड़ा संदेश है।