Input-Nandani
बिहार: 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक होने वाली हैं। 2024 में बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दलों की महाबैठक कल सीएम नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक अणे मार्ग पर होगी। ये बैठक सुबह 11.30 बजे से शुरू होगी। जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी भी बैठक में हिस्सा लेंगे। जयंत चौधरी यूपी में कांग्रेस को साथ लेकर चुनाव लड़ना चाहते हैं।
वहीं अब राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने इस बैठक में शामिल होने पर अपनी असमर्थता जाहिर की है। रालोद अध्यक्ष ने इसे लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने बताया कि वो अपने पूर्व में निर्धारित कार्यक्रमों की वजह से इस बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। हालांकि इस चिट्ठी के बाद एक बार फिर से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उनकी अनबन को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं।
रालोद प्रमुख ने क्या कहा
आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी ने नीतीश कुमार को लिखी चिट्ठी में कहा है कि वो पूर्व निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम की वजह से इस बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। हालांकि वहीं दूसरी तरफ उन्होंने इस बैठक को अपना समर्थन भी दिया है और कहा कि विपक्षी दलों का एकजुट होना समय की मांग है। इसके साथ ही उन्होंने इस बैठक के लिए सीएम नीतीश कुमार को अपनी शुभकामनाएं भी दी है।
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जयंत चौधरी ने चिट्ठी में लिखा कि, ‘अधिनायकवादी और सांप्रदायिक शक्तियां जिस तरह से लोकतंत्र और सामाजिक समरसता के लिए खतरा पैदा कर रही हैं, उसे देखते हुए समानधर्मी विपक्षी दलों का एकजुट होना समय की मांग है। देश की समस्याओं और चुनौतियों पर संवाद कर समूचा विपक्ष जनता के सामने एक दूरगामी व्यावहारिक योजना प्रस्तुत कर सकता है। ऐसे हम साथ मिलकर युवा, महिलाएं, किसान और वंचित समाज की आकांक्षाओं और विश्वास के साथ देश में सार्थक परिवर्तन ला सकते हैं।
सपा के साथ अनबन, गठबंधन में दरार
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से लगातार जयंत चौधरी के विपक्षी दलों की बैठक में नहीं शामिल होने को लेकर अटकलें चल रही थी। उनके इस कदम को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से चल रही अनबन से जोड़कर देखा जा रहा था, हालांकि इस चिट्ठी के बाद तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई है। अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच निकाय चुनाव के दौरान मनमुटाव की खबरें तेज हो गईं थी जब मेरठ मेयर सीट से सपा ने रालोद से बाद किए बिना ही सीमा प्रधान को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था।इसके बाद कुछ अन्य सीटों पर भी दोनों दलों के बीच टकराव देखने को मिला।