Hindenburg Report: हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) एक बार फिर से चर्चा में है…भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट की टाइमिंग पर गंभीर सवाल उठाते हुए इसे भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की सुनियोजित साजिश करार दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि रिपोर्ट को शनिवार को जारी किया गया, ताकि रविवार को हंगामा हो और सोमवार को पूरे कैपिटल मार्केट को अस्थिर कर दिया जाए. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है और सभी रेटिंग एजेंसियां भारत के ग्रोथ रेट को बेहतर आंक रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि निवेशक अपने रिटर्न से खुश हैं, लेकिन कुछ लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं.
Read More: UP इंटरनेशनल ट्रेड शो की तैयारियों की CM योगी ने की समीक्षा बैठक,25 से 29 सितंबर तक होगा आयोजन
सेबी और सुप्रीम कोर्ट की जांच का हवाला
बताते चले कि रविशंकर प्रसाद ने यह भी बताया कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अपनी जांच पूरी करने के बाद जुलाई में हिंडनबर्ग (Hindenburg) के खिलाफ नोटिस जारी किया था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. उन्होंने इस मामले में हिंडनबर्ग पर भारतीय बाजार को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है. रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा कि हिंडनबर्ग में जॉर्ज सोरोस का निवेश है, जो पहले से ही भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करते रहे हैं. उनके अनुसार, इनकी नफरत इस हद तक बढ़ गई है कि उन्होंने मोदी सरकार को गिराने की भी कोशिश की.
कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा और कहा कि मोदी से नफरत करते-करते कांग्रेस आज देश से नफरत करने लगी है. उन्होंने राहुल गांधी और उनके ‘टूलकिट गैंग’ को भी देश से नफरत करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अगर देश का स्टॉक मार्केट प्रभावित होता है, तो इसका सीधा असर छोटे निवेशकों पर पड़ेगा, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा.
नेहरू युग के नियंत्रण राज की आलोचना
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर वह देश को कहां ले जाना चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस क्या देश को नेहरू जी के कंट्रोल राज में ले जाना चाहती है, जब भारत दाने-दाने को मोहताज हो गया था. प्रसाद ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी को देश के विकास से कोई मतलब नहीं है और वह हर छोटी सी बात पर ‘टूलकिट’ और ‘चिट पालिटिक्स’ शुरू कर देती है.
भारतीय निवेशकों की सराहना
रविशंकर प्रसाद ने इस बात पर गर्व जताया कि भारत का स्टॉक मार्केट अभी भी स्थिर है. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब इस तरह का हमला हुआ था, तब भी बाजार दो दिनों में रिकवर कर गया था. सुप्रीम कोर्ट की जांच के बाद स्थिति और भी बेहतर हुई. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारतीय स्टॉक निवेशकों ने कांग्रेस और हिंडनबर्ग (Hindenburg) की मिलीभगत को समझ लिया है, इसलिए इस साजिश का बाजार पर कोई असर नहीं पड़ा है. उन्होंने अंत में निवेशकों को सलाम करते हुए कहा कि वे इस मुश्किल वक्त में भी मजबूती से खड़े रहे.
Read More:Kolkata में महिला डॉक्टर की हत्या का मामला पहुंचा HC, BJP नेता ने CBI जांच की उठाई मांग