Ayodhya News:22 जनवरी 2024 की तारीख इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुकी है। प्रभु रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से आम लोगों के लिए भगवान श्री राम के दरवाजे दर्शन के लिए खोल दिए गए। जिसके बाद से श्रद्धालुओं की भीर उमड़ पड़ी है। इतना ही नहीं मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे भक्त दिल खोलकर दान भी कर रहे हैं। भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद एक अलग ही ख़ुशी लोगों में देखने को मिली है। इस बीच राम मंदिर को लेकर एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। यह खुशखबरी मंदिर में विराजमान रामलला के लिए भी है और उनके भक्तों के लिए भी है, अब रामलला दोपहर में विश्राम कर सकेंगे तो वहीं उनके भक्त सुविधा दर्शन पास के माध्यम से सुगमता से उनके दर्शन कर सकेंगे।
Read more : दुष्कर्म पीड़िता ने मजिस्ट्रेट पर लगाया यौन शोषण का आरोप,बोली- कोर्ट चैंबर में हुई घटना
1 घंटे तक मंदिर में दर्शन बंद रहेगा
आपको बता दें कि 23 जनवरी से लाखों की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ी उसको देखते हुए रामलला का दोपहर के विश्राम के समय में भी दर्शन 10 बजे रात तक चल रहा था। लेकिन अब मंदिर ट्रस्ट और मंदिर के प्रधान पुजारी की सहमति पर शनिवार से रामलला दोपहर 12:30 बजे से 01:30 बजे तक विश्राम करेंगे। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। वहीं मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि -“उनके सुझाव पर मंदिर ट्रस्ट ने रामलला को विश्राम देने के लिए 1 घंटे कपाट को बंद करने का निर्णय किया है, जो शनिवार से लागू हो जाएगा। दोपहर 12:30 बजे से 1:30 तक प्रभु रामलला के भोग के बाद 1 घंटे तक मंदिर में दर्शन बंद रहेगा।”
Read more : ‘वन टाइम सेटलमेंट स्कीम’ लागू करने के लिए AAP करेगी आंदोलन
5 वर्षीय बालक के स्वरूप में है
वहीं प्राण प्रतिष्ठा के बाद से राम भक्तों की भीड़ को देखते हुए सुबह 7:00 बजे से रात 10:00 बजे रात तक लगातार भगवान का दर्शन खुला रहता था। पांच आरती और भोग के समय भी 15 मिनट के लिए ही पर्दा लगाया जाता था। राम जन्मभूमि मंदिर में 5 वर्षीय बालक के स्वरूप में रामलला विराजमान है, जिन्हें विश्राम की जरूरत को ध्यान में रखकर यह निर्णय किया गया है।इसी तरह पुजारी श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की पूजा और आराधना करते हैं।