Ramadan 2025: रमजान का महीना आध्यात्मिक शुद्धि और संयम का समय होता है। इस दौरान रोज़ेदार सूरज निकलने से पहले सहरी करते हैं और दिन भर उपवास रखने के बाद सूर्यास्त के समय इफ्तार करते हैं। रोज़े के लंबे घंटों के बाद शरीर को सही पोषण की आवश्यकता होती है, जिससे ऊर्जा बनी रहे और शरीर स्वस्थ रहे।
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बादाम हलवा टार्ट क्यों है खास?

बादाम हलवा टार्ट न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इसमें बादाम का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है, जो हेल्दी फैट, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है। यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और अनहेल्दी स्नैक्स खाने की इच्छा भी कम होती है।
बादाम हलवा टार्ट बनाने की विधि
- बादाम – 1 कप (भीगे और छिले हुए)
- घी – 2 टेबलस्पून
- गुड़ या शहद – ½ कप
- दूध – 1 कप
- इलायची पाउडर – ½ टीस्पून
- गेहूं का आटा या बादाम पाउडर – ½ कप (टार्ट बेस के लिए)
- बेक करने के लिए मक्खन – 2 टेबलस्पून
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बनाने की विधि
- टार्ट बेस तैयार करें: गेहूं के आटे (या बादाम पाउडर) में मक्खन डालकर नरम गूंथ लें और इसे एक टार्ट मोल्ड में सेट करके हल्का बेक कर लें।
- हलवा बनाएँ: भीगे हुए बादाम को पीसकर पेस्ट बना लें। एक पैन में घी गरम करें, उसमें बादाम का पेस्ट डालकर हल्की आंच पर भूनें।
- इसमें दूध डालें और लगातार चलाते रहें। जब मिश्रण गाढ़ा होने लगे, तब उसमें गुड़ (या शहद) और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएँ।
- जब हलवा गाढ़ा और चिकना हो जाए, तब इसे तैयार किए हुए टार्ट बेस में भर दें।
- हल्के गरम या ठंडा करके परोसें।

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सेहतमंद और टेस्टी विकल्प
बादाम हलवा टार्ट सिर्फ एक मिठाई नहीं, बल्कि ऊर्जा और पोषण का बेहतरीन स्रोत भी है। इसे इफ्तार में खजूर और दूध के साथ लिया जा सकता है या सहरी में खाकर पूरे दिन की ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है। इसमें रिफाइंड शुगर का इस्तेमाल न होने के कारण यह हेल्दी भी है।