साउथ सुपरस्टार रजनीकांत ने शनिवार की शाम को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले और उनके पैर छुए। बता दे कि सोशल मीडिया पर दोनों की मुलाकात का मुद्दा खासा गरमाया हुआ है, वहीं एक्टर खूब ट्रोल भी हुए।
Rajinikanth Yogi Adityanath Meeting: साउथ सुपरस्टार रजनीकांत अपनी फिल्म ‘जेलर’ को लेकर लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। हाल ही में रजनीकांत आपनी फिल्म का प्रमोशन करने लखनऊ पहुंचे थे, जहां वो उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले और उनके पैर छुए। ये बात सोशल मीडिया यूजर्स के गले नहीं उतरी और एक्टर को खूब ट्रोल किया गया। अब ये मामला सोशल मीडिया पर खासा गरमाया हुआ है। वही अब इस मामले को लेकर रजनीकांत ने भी चूप्पी तोडी है और लोगो को जवाव देने सामने आए है।
आखिर कार रजनीकांत यूपी आए क्यों थे…
कुछ दिन पहले ही साउथ के सुपरस्टार की फिल्म ‘जेलर’ बड़े पर्दे पर रिलीज हुई थी। दो साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी करने और फिल्म हिट होने के बाद रजनीकांत चारधाम यात्रा के लिए निकले हैं उनके साथ पत्नी लता रजनीकांत भी हैं। बता दे कि रजनीकांत बद्रीनाथ का दर्शन करते हुए सीधा लखनऊ पहुंचे। वहां सबसे पहले उनकी मुलाकात डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से हुई। रजनीकांत के लखनऊ में पहुंचने के साथ ही उनकी फिल्म ‘जेलर’ की स्पेशल स्क्रीनिंग भी रखी गई थी। इसके बाद रजनीकांत, सीधा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने उनके आवास पर पहुंच गए।
प्रशंसकों ने व्यक्त की भावनाएं…
सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने अपने-अपने तरीके से भावनाएं व्यक्त की। तस्वीर को साझा करते हुए कुछ प्रशंसकों ने लिखा कि भारतीय संस्कृति और संस्कार का यह बड़ा उदाहरण है। वहीं, यूजर्स ने सुपरस्टार के एक योगी के प्रति समर्पण की भी खूब तारीफ की। एक प्रशंसक ने लिखा कि जिस सुपरस्टार के करोड़ों दीवानें हों और उसका राजनीति से कोई सीधा सरोकार न हो, उसने मुख्यमंत्री योगी के चरण छूकर युवाओं को भारतीय संस्कार और परंपरा का बड़ा संदेश दिया है।
रजनीकांत ने किया रिएक्ट…
सीएम योगी के पैर छूने के लिए रजनीकांत को खूब ट्रोल किया गया। दोनों के बीच के उम्र के फासले को देखते हुए यूजर्स को रजनीकांत का पैर छूना बिल्कुल गंवारा नहीं हुआ। लोगों ने कहा- सीएम योगी उनसे उम्र में काफी छोटे हैं, ऐसे में पैर नहीं छूना चाहिए था। इस पूरे मामले पर अब रजनीकांत ने रिएक्शन दिया है। हाल ही में चेन्नई एयरपोर्ट पर रजनीकांत स्पॉट हुए, जहां पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया। इसी दौरान एक्टर से ट्रोल्स को लेकर सवाल किया गया। इसके जवाब में रजनीकांत ने बताया कि ये उनकी आदत में शुमार है। एक्टर बोले- चाहे संन्यासी हो या योगी, अगर वो मुझसे उम्र में छोटे भी हो। मेरी ये आदत है, कि मैं उनके पैर छूता हूं।
इन राज्यों में रजनीकांत की पकड़…
राजनीतिक एक्सपर्ट और पटना यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आलोक झा ने एबीपी से बातचीत में कहा कि तमिलनाडु कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और केरल ये वो राज्य हैं, जहां की जनता सुपरस्टार रजनीकांत को भगवान की तरह मानते हैं। ऐसे में अगर रजनीकांत बीजेपी को सपोर्ट करते हैं, तो भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारत में एक बड़े जनमानस तक अपनी पहुंच बना सकती है।
फिल्म सिटी पर भी हुई चर्चा…
रजनीकांत और सीएम योगी की मुलाकात के दौरान नोएडा फिल्म सिटी का मुद्दा उठा। सीएम योगी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में उन्हें जानकारी दी। इस पर रजनीकांत ने फिल्म सिटी में निवेश की भी इच्छा जताई। साथ ही, इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को बधाई भी दी। रजनीकांत ने इससे पहले राजभवन पहुंचकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भी शिष्टाचार भेंट की थी। रजनीकांत शुक्रवार रात अपनी फिल्म जेलर के प्रचार के लिए लखनऊ आए थे। शनिवार दोपहर उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ फीनिक्स पलासियो मॉल में जेलर फिल्म देखी। इस दौरान मॉल के भीतर और बाहर प्रशंसकों का भारी जमावड़ा दिखा।
पहले भी सरकार बनाने में अहम रोल निभा चुके हैं रजनीकांत..
दक्षिण भारत में रजनीकांत का कितना प्रभाव है ये आप इससे भी समझ सकते हैं कि साल 1996 में करुणानिधि की सरकार बनने के पीछे फिल्म स्टार रजनीकांत का पूरे तमिलनाडु में जयललिता का विरोध करना शामिल था। करुणानिधि ने इस बात को स्वीकार भी किया है। ऐसे में जिस तरह दक्षिण भारत में बीजेपी अपनी पकड़ बनाना चाह रही है उसमें योगी आदित्यनाथ के पांव छूने की तस्वीर एक नैरेटिव सेट कर सकती है। ऐसा लग रहा है कि रजनीकांत ने भले ही सीएम योगी आदित्यनाथ के पैर छुए हों, लेकिन आशीर्वाद के तौर पर बीजेपी इसे अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश कर सकती है।