गोंडा संवाददाता : भूपेंद्र तिवारी
Gonda : गोंडा जिले में मंडल मुख्यालय पर विश्वविद्यालय बनाये जाने के लिए जगह जगह हो रहे धरना प्रदर्शन और आंदोलन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नलगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी श्री त्रिलोकीनाथ तिवारी ने कहा कि धरना समाप्त नहीं किया गया है। धरना तो हमारे जनपद के बहुत ही क्रांतिकारी युवा नीरज सिंह ने गोण्डा जिले मे विश्वविद्यालय बनाए जाने को लेकर अवध केसरी के नाम से धरना शुरू किया और सभी लोगों का आह्वान किया।
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धरने में कांग्रेस पार्टी की तरफ से हम लोगों ने भी वहां पहुंचकर धरने को समर्थन दिया। जहां तक स्थिति है विश्व विद्यालय के बारे में तो विश्व विद्यालय अगर जनपद गोंडा में बन जाता तो जो शिक्षा के दुकानदार हैं उनकी दुकानें बंद हो जाती इसलिए उन लोगों ने गोंडा में विश्वविद्यालय बनने नही दिया।
करीब 58- 59 एकड़ जमीन चिन्हित
मैं सन 2022 में जब कर्नलगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहा था तो समय मेरे घोषणा पत्र में विश्वविद्यालय शामिल था और मैंने कहा था कि विधानसभा का चुनाव में जीतूंगा तो रामचरितमानस के रचयिता महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्म स्थली परसपुर ब्लाक में उनके नाम से विश्वविद्यालय की स्थापना करवाऊंगा। मेरे उसी घोषणा के तहत तत्कालीन मुख्यमंत्री ने भी घोषणा कर दिया कि मैं विश्वविद्यालय बनवाऊंगा उन्होंने विश्व विद्यालय के लिए जमीन भी चिन्हित करवाने की बात अधिकारियों से कही और जमीन चिन्हित हो गई। सालपुर धौताल और डोमाकल्पी को मिलाकर करीब 58- 59 एकड़ जमीन चिन्हित हो गई।
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जनाक्रोश यात्रा का आयोजन किया जाएगा
हम लोगों ने तो जिलाधिकारी से मांग किया है कि आप विश्वविद्यालय तो नहीं बनवा सकती जिलाधिकारी महोदया लेकिन आप जो सालपुर धौताल और डोमाकल्पी में सरकारी जमीन है उसे विश्वविद्यालय के नाम से खतौनी में दर्ज करा दें। उन्होंने कहा भी है कि हम जमीन को विश्वविद्यालय के नाम से दर्ज कराने के लिए विधिक राय लेंगे शासन से अप्रूवल लेंगे और उसके बाद में आपकी मांग को पूरा करेंगे।
उसी आधार पर धरना और आंदोलन 20 दिसंबर तक स्थगित किया गया है। परंतु विश्व विद्यालय के लिए होने वाली क्रांति समाप्त नहीं हुई है क्रांति चलेगी। इसके संबंध में पूरे जनपद में जनाक्रोश यात्रा का आयोजन किया जाएगा।
यात्रा नवरात्रि या नवरात्रि के बाद शुरू की जाएगी
इसके लिए अगली मीटिंग करके और रणनीति तैयार करके पूरे गोंडा जनपद के साथ ही बहराइच जनपद को भी शामिल किया जाएगा और जनाक्रोश यात्रा चलेगी। हमारे गोंडा और बहराइच दोनों जिलों को मिलाकर करीब एक करोड़ की आबादी होती है तो ऐसे में गोंडा जो कि चार जिलों का मंडल मुख्यालय भी है और एक करोड़ की आबादी पर विश्वविद्यालय तो होना ही चाहिए और हम लेंगे भी।
इसके लिए जमीन भी है लोग भी हैं सिस्टम भी है आबादी भी है तथा सभी अहर्ताओं को पूरा भी करते हैं तो विश्वविद्यालय तो लिया ही जायेगा और हम लेकर रहेंगे। इसके लिए हम रणनीति तैयार कर रहे हैं। यह जनाक्रोश यात्रा नवरात्रि या नवरात्रि के बाद शुरू की जाएगी।
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भ्रष्टाचार करने वाले लोग जिम्मेदार..
विश्वविद्यालय गोंडा में ना बनने के जिम्मेदार कौन हैं इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जो शिक्षा के दुकानदार हैं जो नकल कराते हैं नकल कराकर छात्रों का भविष्य बर्बाद करते हैं पांच सौ रुपए देते हुए और मोटरसाइकिल में भराने के लिए दो लीटर पेट्रोल देते हैं और कहते हैं कि आओ नारा लगाओ। युवाओं का वह भविष्य बर्बाद कर रहे हैं जो अपने आप को शिक्षा का मसीहा कहते हैं वह इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। इस जनता और क्षेत्र की दुर्दशा के जिम्मेदार हैं।
सत्ताधारी पार्टी भाजपा के विधायक, सांसद हैं और यहां के जो जनप्रतिनिधि हैं वह सभी जिम्मेदार हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार जिम्मेदार है। जनता को चूसने वाले और भ्रष्टाचार करने वाले लोग जिम्मेदार हैं।