UGC-NET June Exam Cancelled: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) में आई विसंगतियों पर कई छात्र संगठन विरोध कर रहे हैं. इसी संदर्भ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की भी मांग की गई है. इस मुद्दे पर लखनऊ में भी विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया है, जिसके चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. लखनऊ विश्वविद्यालय के बाहर छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है. यह प्रदर्शन नीट परीक्षा में आई अनियमितताओं और अन्य मुद्दों को लेकर है.
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लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट एक पर विरोध प्रदर्शन कर रहे
AISA, NSUI, SFI और छात्रसभा के सदस्य लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट एक पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन करते हुए छात्रसभा के सदस्य केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं और NTA (National Testing Agency) को रद्द करने की भी मांग कर रहे हैं. उनका मानना है कि शिक्षा मंत्रालय को नीट परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी खुद लेनी चाहिए. छात्रों का कहना है कि नीट (National Eligibility cum Entrance Test) परीक्षा में आई विसंगतियों और अनियमितताओं के लिए मौजूदा व्यवस्था को बदलना आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके.
जयवीर सिंह ने इस मामले पर क्या कहा ?
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जयवीर सिंह ने परीक्षा रद्द करने और जांच के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जैसे ही परीक्षा में किसी गड़बड़ी की रिपोर्ट मिली, तत्काल उसे रद्द करने का निर्णय लिया गया. CBI जांच का निर्णय लिया गया है. हमारी सरकारें निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षाएं कराने के लिए कटिबद्ध हैं..य ऐसे लोग जो परीक्षाओं को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हो, इसके लिए कानून बनाने का प्रयास सरकार कर रही है.” जयवीर सिंह ने यह भी सुनिश्चित किया कि सरकार गड़बड़ियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी और शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए प्रतिबद्ध रहेगी.
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NEET परीक्षा में CBI जांच की मांग
गौरतलब है कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल, लेफ्ट और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्र भी नीट परीक्षा में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार बिना लीक और फ्रॉड के कोई परीक्षा आयोजित नहीं कर सकती. कांग्रेस का कहना है कि नीट की परीक्षा को लेकर बेहद गंभीर सवाल खड़े हुए हैं, जिन्हें शिक्षा मंत्री को भी स्वीकार करना पड़ा है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ईमानदारी गंभीर संदेह के घेरे में है. हाल ही में आयोजित हुई यूजीसी-नेट परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया, जिससे परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस का यह भी कहना है कि सरकार को इन मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक सुधार करने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके.