NEET-UG Paper Leak: NEET पेपर लीक मामले में एक के बाद एक बड़े राज खुलते नजर आ रहे हैं। इसी बीच, बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा (Deputy Chief Minister Vijay Sinha) ने दावें के साथ कहा है कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के पर्सनल सेक्रेटरी प्रीतम कुमार (Pritam Kumar) का इस मामले में सीधा संबंध है। विजय सिन्हा ने कहा कि, “सत्ता में रहते हैं तब भी नियुक्तियों में घोटाला करते हैं और सत्ता में नहीं होते हैं तब भी नियुक्ति को प्रभावित करने का खेल खेलते हैं। लोग कह रहे हैं कि प्रीतम कुमार, सिकंदर यादव (Sikandar Yadav) का दूर का संबंधी है। यह भी जांच का विषय है और अधिकारी इसकी जांच करेंगे।”
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विपक्ष से जवाब की मांग

विजय सिन्हा ने आगे कहा, “प्रतिपक्ष जवाब दें कि प्रीतम कुमार आपके साथ था कि नहीं, उसने फोन किया था या नहीं। कोई पत्र नहीं है। हमने विभाग में बात की है और हमें इंचार्ज ने कहा कि आवंटन लैटर हमने जारी ही नहीं किया। हमने तीनों पदाधिकारियों से स्पष्टिकरण लेते हुए उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी किया है।”
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गेस्ट हाउस में सेटिंग

पटना स्थित NHAI गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 404 में कई अभ्यार्थियों को पहले ही प्रश्न पत्र उपलब्ध करवा दिए गए थे। पुलिस का कहना है कि NHAI के गेस्ट हाउस में इन अभ्यार्थियों को रुकवाने के लिए एक मंत्री ने कथित तौर पर पत्र लिखा था। हालांकि, पुलिस अभी इस बात की जांच कर रही है। उप मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे गेस्ट हाउस में जो-जो लोग ठहरे थे, उनकी डिटेल्स मांगी गई हैं। इस तरह के वातावरण बिहार और बिहारी शब्द को कलंकित करते हैं। उन पर सख्त कार्रवाई करने का हमने निर्देश दिया है और मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया है।”
पैसे लेकर प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने का आरोप

मिली जानकारी के अनुसार, NEET पेपर लीक मामले में हर एक कैंडिडेट से 30 से 32 लाख रुपये लिए गए थे। इसके बाद सभी कैंडिडेट्स को सरकारी गेस्ट हाउस में रुकवाया गया था, जहां कमरा नंबर 404 में छात्रों को परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्न पत्र दिए गए साथ ही उसके उत्तर भी रटवाए गए। बिहार पुलिस ने इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें वह अभ्यार्थी भी शामिल हैं जिसने इस गिरोह को पैसा देकर पहले ही प्रश्न पत्र हासिल कर लिया था।
सॉल्वर गैंग के सदस्यों ने ही अभ्यर्थियों के रुकने की व्यवस्था करवाई थी। बिहार पुलिस को शक है कि सॉल्वर गैंग ने जिन अभ्यार्थियों से संपर्क किया था, उन सभी से 30-35 लाख रुपये की मांग की गयी थी। पटना में पुलिस को एक कॉलोनी से दर्जनभर एटीएम कार्ड (ATM card) और पुराने चेक मिले हैं, जो इस कांड में शामिल गिरोह के सदस्यों के नाम पर ही जारी किए गए थे।
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आरोपी का कबूलनामा

गिरफ्तार अभियुक्त अनुराग यादव (Anurag Yadav) ने बताया कि वह राजस्थान के कोटा जिले में एलेन कोचिंग सेंटर (Allen Coaching Center) में रहकर नीट की परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके फूफा सिकंदर, जो नगर परिषद दानापुर में जेई के रूप में कार्यरत हैं, उन्होंने उसे फोन कर कोटा से बुलाया। पटना आने के बाद 4 मई की रात उसे नीट ( NEET) परीक्षा का पेपर दिखाया गया और प्रश्न के उत्तर भी रटवाए गए।
पुलिस की कार्यवाही
परीक्षा देने के बाद पुलिस ने अनुराग यादव को पकड़ लिया है। उसने कबूल किया कि उसे परीक्षा से पहले जो प्रश्न पत्र दिया गया था, वही सारे सवाल परीक्षा में आए थे। पुलिस के अनुसार, इस मामले के मास्टरमाइंड सिकंदर ने अपने साले की पत्नी रीना यादव के बेटे अनुराग यादव समेत कुछ अभ्यर्थियों को NHAI गेस्ट हाउस में रुकवाया था।