Patna Metro Accident News: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में एक बड़ा हादसा हो गया. पटना के अशोक राजपथ में NIT मोड़ के पास बन रहे पटना मेट्रो के टनल में निर्माण कार्य के दौरान सामान लेने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला लोको का ब्रेक फेल हो जाने के कारण दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो मजदूरों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया है. कहा जा रहा है कि तीनों मजदूरों पर ब्रेक फेल होने के कारण लोको पिक-अप चढ़ गया था.
नाइट शिफ्ट में मजदूर काम कर रहे थे
मिली जानकारी के अनुसार, टनल के अंदर नाइट शिफ्ट में मजदूर काम कर रहे थे, तभी एक लोको पिक-अप का ब्रेक फेल हो गया और वह मजदूरों पर चढ़ गया. एक स्थानीय निवासी ने बताया कि लोको पूरी तरह भरा हुआ था. एक अन्य ने कहा कि लोको ओवरलोड था और इसे लोड करके अंदर भेजा गया था. मेट्रो निर्माण के दौरान हुए हादसे ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है?
लोको मशीन का ब्रेक फेल हो गया
मिली जानकारी के मुताबिक, निर्माणाधीन टनल में लोको मशीन के जरिए सामान पहुंचाया जा रहा था. उसी दौरान लोको मशीन का ब्रेक फेल हो गया और वहां मौजूद मजदूर इसकी चपेट में आ गए. एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई. मजदूरों का आरोप है कि मेट्रो के अफसर उनसे खराब ब्रेक वाली लोको मशीन चलवा रहे थे, जिसे लेकर शिकायतें की गई थीं, लेकिन अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया. इसके अलावा, घटना स्थल पर मिट्टी के धंसने की भी बात सामने आई है. अब सवाल उठता है कि जब मिट्टी गीली थी, तो इसे लेकर इंजीनियर और अन्य अधिकारी सतर्क क्यों नहीं थे? सुरक्षा मानकों को क्यों नजरअंदाज किया गया, जबकि ऐसे काम में उच्च स्तर की सावधानी बरतनी जरूरी होती है.
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मेट्रो साइट्स पर सुरक्षा मानकों की कमी
पटना (Patna) में मेट्रो निर्माण के दौरान कई इलाकों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी देखने को मिलती है. राजेंद्र नगर से मलाही पकड़ी और अशोक राजपथ जैसे स्थानों पर निर्माण कार्य के पास सड़कों की स्थिति खराब है और बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है. कई बार मेट्रो निर्माण साइट के पास वाहनों के पलटने की घटनाएं भी हो चुकी हैं. इसके बावजूद, निर्माण में शामिल अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
जिला प्रशासन ने लिया संज्ञान
इस हादसे को लेकर पटना (Patna) जिला प्रशासन ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर ने इस मामले की जांच के लिए एडीएम ला एंड ऑर्डर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय टीम गठित की है. टीम इस हादसे की जांच कर सरकार को जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
आपको बता दे कि, यह कोई पहला मौका नहीं है जब पटना (Patna) में मेट्रो निर्माण के दौरान हादसा हुआ है. इससे पहले भी कंकड़बाग के रामकृष्ण नगर में एक बड़ा हादसा हुआ था. मीठापुर के पास मेट्रो निर्माण स्थल पर एक ऑटो क्रेन से टकरा गया था, जिसमें आठ लोग सवार थे. इस दुर्घटना में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि तीन अन्य लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था.
डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का बयान
पटना (Patna) मेट्रो निर्माण हादसे को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना है इसकी जांच चल रही है इसकी जानकारी भी प्राप्त हम लोग कर रहे हैं. ये लापरवाही है या मशीनरी गड़बड़ी के कारण हुई है, सावधानी रखे. जो मजदूर मरे हैं उनके परिवार के प्रति संवेदना है उनको उचित सहायता सरकार देगी.”