DIGITAL: Ankur Sharma
Uttar Pradesh: 4 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत होने जा रही है इससे पहले आज संसद के पुस्तकालय भवन में संसद सदस्यों की सर्वदलीय बैठक हुई जिसके बारे में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि,शीतकालीन सत्र से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में 23 पार्टियों के 30 नेता शामिल हुए हैं बैठक में कई सुझाव आए हैं जिन पर चर्चा करने के लिए सरकार तैयार है।
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4 दिसंबर से शीतकालीन सत्र की शुरूआत
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत 4 दिसंबर से होने जा रही है जिसका 22 दिसंबर तक चलना प्रस्तावित है.सत्र में 15 बैठकें प्रस्तावित हैं जिनमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।संसद में 37 विधेयक लंबित है जिनमें से 12 विधेयक सत्र में पारित हो सकते हैं।इनमें भारतीय न्याय संहिता 2023,भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023,एडवोकेट्स (अमेंडमेंट) बिल 2023,जम्मू-कश्मीर रिजर्वेशन (अमेंडमेंट) बिल 2023,द पोस्ट ऑफिस बिल 2023,द सेंट्रल यूनिवर्सिटी (अमेंडमेंट) बिल (2023),द गवर्नमेंट ऑफ यूनियन टेरिटरिज(अमेंडमेंट)बिल 2023,जम्मू-कश्मीर रिआर्गजेशन (अमेंडमेंट)बिल 2023 शामिल हैं।
विपक्ष की ओर से हंगामे के आसार
जाहिर है संसद के मानसून सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई मुद्दों को लेकर हंगामा देखा गया था वहीं अब जब 4 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत होने जा रही है तो इससे ठीक एक दिन पहले 3 दिसबंर को राजस्थान,मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़ समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आने हैं इसका असर भी सत्र में देखा जा सकता है.इससे संसद की कार्यवाही भी प्रभावित होने की संभावना बनी हुई है।
सर्वदलीय बैठक में उठा महुआ मोइत्रा का मुद्दा
वहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों पर शीतकालीन सत्र में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश की जाएगी.इस पर भी सभी की निगाहें बनी हुई हैं।टीएमसी सांसदों ने सर्वदलीय बैठक में भी महुआ मोइत्रा का मुद्दा उठाया।टीएमसी सांसदों ने कहा,हम उम्मीद करते हैं कि,शीतकालीन सत्र सही तरीके से चले जिससे सरकार को जवाबदेह ठहराया जा सके सरकार को पहले की तरह भागना नहीं चाहिए.महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार गंभीरता से चर्चा करे हम ऐसा चाहते हैं।