Maldives News : भारत से बगावत करने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मदम मुइज्जु के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.मालदीव की संसद में विपक्षी सांसदों ने एक मुद्दे पर मुइज्जु की पार्टी के सांसदों को जमीन पर पटक-पटक कर लात घूंसों से मारा है.इस बीच संसद के भीरत मारपीट बढ़ते देख अन्य नेताओं ने बीच-बचाव किया तब जाकर मामला शांत हो सका।मालदीव की संसद में ये हंगामा उस समय शुरू हुआ जब राष्ट्रपति मुइज्जु के कैबिनेट में 4 मंत्रियों को शामिल करने पर बात शुरु हुई.बहस बढ़कर धक्कामुक्की तक पहुंची और फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच हाथापाई शुरू हो गई।
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मालदीव की संसद में चले लात-घूंसे
संसद के भीतर हुई इस घटना को मोहम्मद मुइज्जु के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि वो कैबिनेट में 4 नए सदस्यों को शामिल नहीं कर सके.मुइज्ज के समर्थक नेताओं ने इसके बाद संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.ससंद में हुए घटनाक्रम पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सत्तापक्ष की पार्टियों के गठबंधन ने कहा कि,विपक्ष का मंत्रियों को मंजूरी देने से इंकार करना जनता की सेवाओं में खुलेआम बाधा डालने जैसा है। मंत्रियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किए बिना और उन्हें कोई अवसर देने से पहले विरोध समझ से परे है। गठबंधन का कहना है कि,राजनीतिक दल राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त मंत्रियों को मंजूरी देने के लिए बाध्य हैं।
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4 सदस्यों को मंजूरी दिए जाने पर हंगामा
राष्ट्रपति के रूप में जनता द्वारा विधिवत चुने गए व्यक्ति का ये कर्तव्य है कि,वो अपनी नीतियों को लागू करने के लिए सक्षम लोगों को मंत्री के तौर पर नियुक्त करे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि,राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त मंत्री योग्य और अनुभवी व्यक्ति थे जो अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करेंगे। गठबंधन को इसमें कोई संदेह नहीं है कि,ये मंत्री जनता के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए काम करते हैं। ऐसे में कैबिनेट के नए सदस्यों को मंजूरी दी जाए।मालदीव की संसद में 4 सदस्यों को मंजूरी दिए जाने पर हंगामा हुआ है, वो हैं- आर्थिक, व्यापार विकास मामलों के मंत्री मोहम्मद सईद, हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्टर अली हैदर, इस्लामिक मामलों के मंत्री मोहम्मद शहीम अली सईद और अटॉर्नी जनरल अहमद उशम।
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भारत के साथ बिगड़ते संबंधों पर विपक्ष का निशाना
मालदीव के विपक्षी दल एमडीपी ने तय किया है कि,कैबिनेट के नए सदस्यों को मंजूरी नहीं दी जाएगी। सत्तारूढ़ गठबंधन का स्पीकर असलम पर भी एक पक्षपात का आरोप है। गठबंधन ने कहा है कि,राजनीतिक दल के हितों की खातिर उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया है। सत्तारूढ़ दलों ने स्पीकर मोहम्मद असलम और डिप्टी स्पीकर अहम सलीम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है।मालदीव में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार खींचतान चल रही है। विपक्षी नेताओं ने भारत के साथ बिगड़ते संबंधों को लेकर भी लगातार मोहम्मद मुइज्जू पर निशाना साधा है।मालदीव में विपक्ष की ज्यादातर पार्टियों को भारत के प्रति नरम रुख रखने वाली माना जाता है।
विपक्षी एमडीपी ने मुइज्जू सरकार के भारत के प्रति रुख पर सार्वजनिक तौर पर चिंता जताई थी। मालदीव की सत्ता इस समय चीन की तरफ झुखाव रखने वाली है। राष्ट्रपति मुइज्जू भारत के विरोधी और चीन के समर्थक माने जाते हैं और उन्होंने पद पर आने से पहले से ही अपना ये रुख जाहिर किया है। वो लगातार चीन के करीब आने की कोशिश कर रहे हैं और भारत पर निर्भरता कम कर रहे हैं। विपक्षी एमडीपी और डेमोक्रेट्स का कहना है कि,मालदीव और भारत के संबंध बहुत पुराने हैं, ऐसे में रिश्तों को खराब ना किया जाए।