हरदोई संवाददाता- हर्षराज
हरदोई: सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का कार्यक्रम मां कृष्ण प्रिया भवन में चल रहा है। जिसमें पांचवे दिन बाल लीला, गोवर्धन पूजा का प्रसंग किया गया है, और श्री गोवर्धन भगवान को छप्पन भोग लगाया गया। जिसे देखकर कथा में आए सैकड़ो श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।
कथावाचक डॉ. सत्येंद्र स्वरूप शास्त्री ने कृष्ण की गोर्वधन लीला पर अपने प्रवचन देते हुए कहा राजा इंद्र के प्रकोप को श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर ना सिर्फ वहां भक्तों की रक्षा की, बल्कि घमंड करने वालों का घमंड चूर भी किया और बताया कि अभिमान ज्यादा देर तक टिकता नहीं है, फिर चाहे वह किसी भी बात का अभिमान क्यों ना हो। आपने कृष्ण की लीलाओं का सुन्दर चित्रण कर कहा कि संसार रूपी जीवन में हर व्यक्ति को अपने हिसाब से जीवन जीने का अधिकार है, लेकिन किसी के जीवन में बेवजह दखल देने का अधिकार नहीं है। इस दिन मुख्य यजमान राजीव मिश्र एडवोकेट उनकी पत्नी प्रिया मिश्रा व डॉ. अरूण मिश्रा, उनकी पत्नी डॉ. शिक्षा मिश्रा के द्वारा गोर्वधन पूजा कर कथा स्थल पर भगवान श्री कृष्ण को छप्पन भोग भी लगाया गया।
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हमेशा भगवान ने रक्षा की
कथावाचक श्री शास्त्री ने कहा कि जब ब्रज पर विपत्ति पड़ी हो, परीक्षित पर विपत्ति आई हो, या पांडवों पर संकट आया हो, हमेशा भगवान ने रक्षा की है। जगन्नाथ के देश में कोई अनाथ नहीं हो सकता सबका नाथ वहीं श्रीनाथ है। भारतवर्ष के पूर्व में श्री जगन्नाथ जी, दक्षिण में श्री रंग नाथ जी, पश्चिम में श्री द्वारका नाथ जी, और उत्तर में श्री बद्रीनाथ जी विराजमान है। भारतवर्ष के मध्य में श्री गोवर्धन नाथ जी विराजमान जब देवराज इंद्र ब्रज पर कुपित होते हैं तो कृष्ण कृपावन्त होते हैं।
संसार का कोप कुछ भी नहीं कर सकता जब तक कृष्ण की कृपा है। यह प्रवचन कथावाचक डॉ. सत्येंद्र स्वरूप शास्त्री ने दिए। जिसमें आए सैकड़ो भक्तो ने बड़े धूमधाम से कथा का रसपान किया है। श्रीमद् भागवत कथा में मुकेश बाजपेई, रेनू बाजपेई, रेखा बाजपेई,आनंद मिश्रा, अशोक मिश्रा, , श्याम बिहारी मिश्रा, सत्येंद्र त्रिपाठी, कृष्णा मिश्रा, कौशल कुमार सिंह, कालिंद्री सिंह, अनीता सिंह,राहुल सिंह, शिखा सिंह आदि भक्तगण मौजूद रहे।