संवाददाता
Unnao News : बांगरमऊ में हाल ही में एक महत्वपूर्ण अभियान “नो हेलमेट नो फ्यूल” के तहत क्षेत्राधिकारी अरविंद चौरसिया और थाना प्रभारी ने पेट्रोल पंप कर्मचारियों और जनता के साथ मिलकर जागरूकता फैलाने का काम किया। यह अभियान मुख्य रूप से हेलमेट पहनने के महत्व को लेकर था, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जान की हानि को रोका जा सके। अभियान के अंतर्गत, पेट्रोल पंपों पर विशेष कैंप लगाकर लोगों को हेलमेट पहनने के फायदे और सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई।
हेलमेट पहनने से दुर्घटनाओं में कमी

सीओ अरविंद चौरसिया ने इस अभियान के दौरान बताया कि सड़क हादसों में बिना हेलमेट के 80 फीसदी लोग जान गंवा रहे हैं। खासकर यह आंकड़ा युवा पीढ़ी के बीच बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है, जो अक्सर सड़क पर तेज़ रफ्तार से वाहन चलाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में नगर में हुए एक बड़े हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई थी, जिससे पूरा क्षेत्र सहम गया था। इस हादसे ने सभी को यह महसूस कराया कि हेलमेट की अनिवार्यता सिर्फ एक सुरक्षा उपाय नहीं, बल्कि जीवन बचाने का जरिया है।
Read more:Maha kumbh 2025: पौष पूर्णिमा पर संगम तट पर स्नान का शुभारंभ, हर-हर गंगे के उद्घोष के साथ
जागरूकता से मिलेगा बड़ा असर

इस अभियान में पेट्रोल पंप कर्मचारियों को भी जागरूक किया गया और उन्हें बताया गया कि बिना हेलमेट के बाइक सवारों को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। इससे यह संदेश दिया गया कि यदि व्यक्ति अपनी सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लेता, तो उसे सार्वजनिक सेवाओं का भी लाभ नहीं मिल पाएगा। सीओ अरविंद चौरसिया ने कहा कि यह पहल तभी सफल हो सकती है जब हर व्यक्ति खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए हेलमेट पहनने के महत्व को समझे।
Read more:Maharajganj में पुलिस मुठभेड़.. 25,000 रुपये का ईनामिया वाहन लिफ्टर गिरफ्तार,पैर में लगी गोली
सड़क सुरक्षा पर निरंतर काम जरूरी
सीओ ने यह भी कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है, और इसे नियमित रूप से लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने थाना प्रभारी और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में इस प्रकार के अभियान चलाने की बात कही, ताकि अधिक से अधिक लोग इस संदेश को समझ सकें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
Read more:Lucknow में पुलिस और क्राइम ब्रांच की मुठभेड़, दो बदमाश घायल, एक फरार
अभियान का उद्देश्य
“नो हेलमेट नो फ्यूल” अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और दुर्घटनाओं में होने वाली जान की हानि को कम करना है। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि लोग हेलमेट पहनने को लेकर अपने कर्तव्यों को समझें और अपनी सुरक्षा के प्रति गंभीर हों।