Nipah virus Alert in Rajasthan: डेंगू – मलेरिया के बींच अब केरल में एक बार फिर से निपाह वायरस वापस लौट आया है। निपाह वायरस केरल के साथ ही कई अन्य प्रदेशों में भी फैलने की आशंका बताई जा रही है। बीते सोमवार को केरल के कोझिकोड जिला प्रशासन ने ज़िले में निपाह वायरस का अलर्ट जारी कर दिया है। यह अलर्ट कोझिकोड के प्राइवेट अस्पताल में दो लोगों की बुखार से मौत होने के बाद जारी किया गया है।
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के लिए अलर्ट जारी
केरल में निपाह वायरस तेजी से बढ़ता जा रहा। हाल ही केरल में 2 लोगो की मौत निपाह वायरस से हो गई थी। जिसके बाद केरल सरकार ने स्कूल बंद कर दिया था। इसी के साथ अन्य प्रदेशों को भी निपाह वायरस की खतरा बना हुआ है। निपाह वायरस को देखते हुए राजस्थान सरकार ने बृहस्पतिवार को परामर्श (एडवाइजरी) जारी किया। जिसमें राजस्थान सरकार ने चिकित्सा अधिकारियों से इस तरह के किसी भी मामले को लेकर सतर्क रहने का आदेश दिया गया है। इससे पहले पिछले साल निपाह वायरस राजस्थान में बहुत भीषण तरीके से फैल गई था। जिसके बाद हजारों की संख्या में गायों की मौत हो गयी थी।
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केरल में निपाह वायरल के बाद बढ़ा खतरा
केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस मामले सामने आने के बाद से यह परामर्श स्वास्थ्य विभाग को जारी की गई है। चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवा विभाग के निदेशक की ओर से जारी यह परामर्श राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्यों और सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) को भेजा गया।
इसके साथ ही विभाग की ओर से स्वास्थ्य कर्मियों के लिए भी एक एडवाइजरी जारी की है। मस्तिष्क को क्षति पहुंचाने वाले निपाह वायरस के संक्रमण से कोझिकोड़ जिलों में दो लोगो की मौत हो गई थी, जबकि तीन अन्य लोग इस वायरस की चपेट में आ गए थे।
क्या है निपाह वायरस
बता दें कि निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में होने वाली बीमारी है, जिसे ज़ूनोटिक डिज़ीज़ (Zoonotic Disease) कहा जाता है। ये निपाह वायरस चमगादड़ों और सुअर के जरिए इंसानों में फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इसका पहला मामला 1998 में मलेशिया के एक गांव सुंगई निपाह में सामने आया था। लोगों में यह संक्रमण फैलने लगा। संक्रमण फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस पर रिसर्च शुरू की। और गांव के नाम पर इसका नाम रखा गया। इस संक्रमण की चपेट में सबसे ज्यादा वह लोग आए जो पशुपालन से जुड़े थे। सिर्फ इंसान ही नहीं, इसके मामले पालतू जानवर जैसे- कुत्ते, बिल्ली, बकरी और घोड़े में भी मिले थे।
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निपाह वायरस के लक्षण
- निपाह वायरस संक्रमण की चपेट में आने वाले लोग को शुरुआती दौर में सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। इसके साथ ही आधे मरीजों में न्यूरोलॉजिकल की दिक्कत बनी रहती है।
- बुखार, सिरदर्द, उल्टी , मानसिक भ्रम, उल्टी और बेहोशी निपाह वायरस से संक्रमित लोगो को परेशान करती है।
- मनुष्यों में निपाह वायरस, encephalitis से जुड़ा है। जिसकी वजह से मस्तिष्क में सूजन होने लगती है।
- संक्रमण के लक्षणों को सामने आने में आमतौर पर 5 से 14 दिन तक लग सकते है।
- संक्रमण बढ़ने से मरीज कोमा में जाने का खतरा बना रहता है। कोमा में जाने के बाद इंसान की जान भी जा सकती है।