Reporter-Zeeshan Ahmed
आगरा: आगरा में इस्लामिया लोकल एजेंसी ने चांद कमेटी की बैठक की इस दौरान इस्लामिया लोकल एजेंसी ने एक बड़ा फैसला लिया बुरहान कुरैशी को नया शहर मुफ्ती नियुक्त कर दिया इस दौरान निवर्तमान शहर मुफ्ती अब्दुल खूबेब रूमी भी मस्जिद में रहे मुफ्ती बदले जाने की खबर मिलने पर काफी संख्या में मुस्लिम समाज जामा मस्जिद में इकट्ठा हो गया तनातनी की आशंका पर मस्जिद पर पुलिस बल तैनात किया गया बकरा ईद के सिलसिले में सोमवार को शाही जामा मस्जिद में चांद कमेटी की बैठक आयोजित की गई थी, इसमें शहर मुफ्ती अब्दुल खुबेब रूमी के साथ ही ढोली खार के बुरहान कुरैशी को भी आमंत्रित किया गया था पुराने शहर मुफ़्ती अपने दफ्तर में बैठे रहे इसी बीच इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष मोहम्मद जाहिद कुरैशी ने बुरहान कुरैशी को नया शहर मुफ्ती घोषित कर दिया इसकी खबर मिलने पर काफी संख्या में मुस्लिम शाही जामा मस्जिद पर पहुंच गए।
इस्लामिया लोकल एजेंसी के सदर मोहम्मद जाहिद ने कहा
इस्लामिया लोकल एजेंसी के सदर मोहम्मद शाहिद का कहना है कि आगरा शहर में नए मुफ्ती को घोषित किया गया है और पुराने मुफ्ती भी मार्गदर्शन के लिए रहेंगे मुफ्ती बुरहान को आगरा का शहर मुफ्ती नियुक्त किया गया है आगरा की आवाम पुराने शहर मुफ्ती से मसला पूछना चाहे तो पूछ सकती है इस्लामिया लोकल एजेंसी ने नया शहर मुफ्ती नियुक्त कर दिया। आगरा में मुस्लिम समाज में तमाम मसलक के लोग हैं इसलिए उन्होंने बताया कि आगरा में 10 से 12 मुफ़्ती हर एक मसलक के लोगों के लिए बनाए जाएंगे जो हर एक इंसान अपने मसलक के मुफ़्ती के पास जाकर अपना मसला हल करा सके। आगरा की शाही ईदगाह मस्जिद में ईद उल अजहा की नमाज आगरा के नए मुफ़्ती बुरहान कुरेशी पढ़ाएंगे।
आगरा शहर के नए मुफ़्ती बुरहान कुरैशी ने बताया
शाही जामा मस्जिद में चांद कमेटी की बैठक में नए मुफ़्ती बुरहान कुरैशी ने ईद उल अजहा का चांद देखे जाने की तस्दीक की उन्होंने बताया कि ईद उल अजहा( बकरा ईद ) 29 जून को मनाई जाएगी बैठक में मोहम्मद जाहिद कुरैशी शरीफ काले मोहम्मद फैसल अदनान कुरेशी डॉ सिराज कुरैशी हाजी मुकीम हाजी हीरो मोहम्मद कादिर आदि मौजूद रहे।
निवर्तमान आगरा शहर मुफ्ती खूबेब रूमी का कहना है
आगरा शहर मुफ्ती खूबेब रूमी का कहना है कि जो नई कमेटी बनी है उसके सदर मोहम्मद जाहिद और उनके सेक्रेटरी में आपसी मैं झगड़ा हुआ उसमें आपस में एक दूसरे के ऊपर संगीन आरोप लगाए। आगरा शहर मुफ्ती खूबेब रूमी के पास मसला आया और सेक्रेटरी और सदर ने शहर मुफ्ती को जज बनाया आप जो फैसला करेंगे वह फैसला माना जाएगा जब फैसला दिया गया जिस पर इल्जाम साबित है वह अलग हो जाए अगर वह अलग नहीं होता है तो कमेटी अलग करे अगर कमेटी अलग नहीं करती है तो कमेटी को अलग कर दिया जाए उसके बाद से इस्लामिया लोकल एजेंसी के सदर मोहम्मद जाहिद ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
एक बार रमजान में शाही जामा मस्जिद में सदर के मुलाजिम ने बदतमीजी की और गाली गलौज की। उन्होंने शहर मुफ्ती की तनख्वाह भेजी और कहा के सेक्रेटरी ने तनख्वाह देने से मना किया है यह सदर ने अपनी जेब से तनख्वाह दी है इस पर मुफ्ती खुबेब रूमी ने कहा मुझे तनख्वाह उनकी जेब से नहीं चाहिए इस्लामिया लोकल एजेंसी की जिम्मेदारी है कि शहर मुफ्ती को तनख्वाह दें ना ही मैं सेक्रेटरी का जाति मुलाजिम हूं ना ही सदर का मैं ऐसी तनख्वाह नहीं लूंगा और उनके मुलाजिम को वापस कर दिया और उन्होंने 3 महीने से मेरी तनख्वाह नहीं दी इस्लामिया लोकल एजेंसी ने सलाहकार मुफ्ती को नियुक्त किया है शहर मुफ्ती की तनख्वाह दी नहीं जाती सलाहकार मुफ्ती की तनख्वाह कैसे दी जाएगी। आगरा में मेरे वालिद 40 साल तक शहर मुफ्ती रहे उनके इंतकाल के बाद 14 साल से मैं आगरा का शहर मुफ्ती हूं मुझे 14 साल पहले इस्लामिया लोकल एजेंसी व एहले इस्लाम ने आगरा का शहर मुफ्ती बनाया था मैंने इसके लिए कोई तहरीर व जवानी दरख्वास्त नहीं की थी।