Whatsapp New Feature: इंटरनेट के दौर में आज अगर मोबाइल फोन पर मैसेजिंग ऐप की बात की जाए तो सबसे ज्यादा यूज होने वाला ऐप व्हाट्सएप है जिसको लाखों-करोड़ों लोग इस्तेमाल करते हैं व्हाट्सएप को करीब साढ़े तीन बिलियन से अधिक लोग अपने फोन पर इस्तेमाल करते हैं इसीलिए व्हाट्सएप भी अपने यूजर्स के लिए समय-समय पर नए फीचर्स लाता रहता है जिससे यूजर्स को हर बार नए तरह का एक्सपीरिएंस मिलता है।एक बार फिर आपके लिए WhatsApp ने एक नया फीचर लॉच किया है वॉट्सऐप ने इस बार दो नए फीचर्स पेश किए हैं इसमें एक फीचर बिजनेस अकाउंट चलाने के लिए जबकि दूसरा फीचर लिंक्ड डिवाइस के लिए है।
WhatsApp ने दी जानकारी
WhatsApp ने अपने ब्लॉग पोस्ट के जरिए दो नए फीचर्स के बारे में जानकारी दी दोनों नए फीचर Add Contacts Across Devices और Save Only to WhatsApp हैं। इससे पहले कई बार इन फीचर्स की जानकारी लीक्स में सामने आ चुकी थी।बीटा वर्जन में भी ये दोनों फीचर्स स्पॉट किए गए थे आखिरकार लंबे समय बाद अब कंपनी ने यूजर्स के लिए इन दोनों ही फीचर्स को रोलआउट कर दिया है।
Read More: Jamia University: जामिया यूनिवर्सिटी में दिवाली उत्सव के दौरान हंगामा.. छात्रों के दो गुट भिड़े
फोन बुक पर थे निर्भर
अभी तक WhatsApp आपके मोबाइल फोन की कॉन्टैक्ट बुक पर निर्भर था ताकि वह कॉन्टैक्ट्स को सिंक कर सके। अगर कोई नया व्यक्ति आपको ऐप पर मैसेज करता था और आप उसकी जानकारी सेव करना चाहते थे तो वह जानकारी स्थानीय रूप से आपके डिवाइस में स्टोर होती थी मगर ये नया फीचर आपको किसी भी डिवाइस पर जिसमें WhatsApp वेब और विंडोज भी शामिल हैं कॉन्टैक्ट्स स्टोर करने की सुविधा देगा।आप चाहें तो WhatsApp के भीतर सेव किए गए कॉन्टैक्ट्स को अपने फोन में भी सिंक कर सकते हैं।
डिवाइस एक अकाउंट दो
आपको याद होगा कि,पिछले साल कंपनी ने यूजर्स को एक डिवाइस पर दो WhatsApp अकाउंट्स में लॉगइन करने की सुविधा दी थी।मतलब एक WhatsApp अकाउंट से जुड़े कॉन्टैक्ट्स को सेव करना तब काम आता है जब आप व्यक्तिगत और व्यवसायिक कॉन्टैक्ट्स को अलग रखना चाहते हैं।इसके अलावा अगर आप किसी और के साथ डिवाइस साझा करते हैं तो आप अपने नंबर से जुड़े हुए कॉन्टैक्ट्स की अपनी खुद की सूची बनाए रख सकते हैं।
Identity Proof Linked Storage
WhatsApp ने कहा कि,इस सुरक्षित कॉन्टैक्ट सेविंग को सक्षम करने के लिए उसने एक नया एन्क्रिप्टेड स्टोरेज सिस्टम विकसित किया है जिसको Identity Proof Linked Storage (IPLS) कहा जाता है।जब उपयोगकर्ता कोई कॉन्टैक्ट सेव करते हैं तो यह सिस्टम डिवाइस पर एक एन्क्रिप्शन की को जनरेट करता है।यह प्रक्रिया क्लाइंट के प्राथमिक डिवाइस की पहचान सत्यापित करके कॉन्टैक्ट को पुनः प्राप्त करती है इसके अलावा ऐप Cloudflare के साथ मिलकर क्रिप्टोग्राफिक प्रॉपर्टीज में किसी भी बदलाव पर साइन करेगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि,WhatsApp में सेव किए गए कॉन्टैक्ट्स को किसी ने एडिट नहीं किया है कंपनी ने यह भी कहा कि,कॉन्टैक्ट स्टोरिंग फीचर की तकनीक के जरिए उपयोगकर्ताओं को यूजरनेम द्वारा कॉन्टैक्ट सेव करने की भी सुविधा मिलेगी।