ISRO : ISRO ने अगस्त में चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंडिंग का मिशन सफलतापूर्वक पूरा कर पहला देश बना। भारत ने चंद्रमा पर इतिहास रच दिया था। वहीं कुछ दिन पहले चांद पर दिन होने वाला था और ऐसे में ISRO चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर मॉड्यूल को एक बार फिर से जगाने की तैयारी कर रहा था। अब चांद पर सफल लैंडिंग करने वाले लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर को लेकर इसरो के पूर्व अध्यक्ष एएस किरण ने चंद्रयान-3 को लेकर बड़ी बात कही है।
Read more : Aam Aadmi Party की शराब नीति घोटाला में बढ़ी मुश्किलें, जानें क्या है शराब नीति घोटाला?
लैंडर और रोवर जर नही पाया था..
ISRO के पूर्व अध्यक्ष एएस किरण ने चंद्रयान-3 मिशन के अंत के संकेत देते हुए दावा किया कि विक्रम लैंडर और रोवर प्रज्ञान के अब दोबारा सक्रिय होने की कोई उम्मीद नहीं है, पिछले दिनों ISRO ने चांद पर भेजे अपने लैंडर और रोवर से संपर्क साधने की कोशिश की थी,लेकिन लैंडर और रोवर जर नही पाया था।
Read more : आज का राशिफल: 07-october-2023 , aaj-ka-rashifal- 07-10-2023
उन्हें अभी तक कोई भी संकेत नहीं मिले..
चंद्रयान-3 मिशन से जुड़े रहे पूर्व इसरो चीफ ने कहा, ‘प्रज्ञान रोवर और लैंडर विक्रम के फिर से सक्रिय होने की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं है, क्योंकि उसे सक्रिय होना होता तो अब तक हो चुका होता। चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के एक महीने बाद 22 सितंबर को चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर से संपर्क साधन की कोशिश की, लेकिन उन्हें अभी तक कोई भी संकेत नहीं मिले।
Read more : Asian Games 2023: ज्योति ने रचा इतिहास भारत को आर्चरी में दिलाया गोल्ड..
कई तरह की योजनाएं बनाई जाएंगी..
इसरो के पूर्व चीफ ने चांद से नमूना लाए जाने को लेकर मिशन शुरू करने की बात की, लेकिन इसके लिए कोई समय सीमा नहीं दी। पूर्व इसरो चीफ ने आगे कहा, ”इसरो ने चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग की उपलब्धि हासिल की है। अब निश्चित तौर पर वो मिशन भी होंगे, जब भविष्य में वहां से सामान उठाए जाएंगे और वापस लाए जाएंगे। आगे इसे लेकर कई तरह की योजनाएं बनाई जाएंगी।
Read more : जानें कौन थे Guru Gobind Singh?
चंद्रमा पर जिंदगी संभव है?
बीते साल चांद को लेकर NASA एक बड़े वैज्ञानिक की भविष्यवाणी आई थी। नासा के अंतरिक्ष प्रोग्राम के चीफ हावर्ड हू ने दावा किया था कि साल 2030 से पहले चांद पर इंसान लंबे वक्त तक रह सकता है, तो क्या धरती से 3 लाख 84 हजार किलोमीटर दूर चंद्रमा पर जिंदगी संभव है? वैज्ञानिक हावर्ड हू के मुताबिक, साल 2030 से पहले चांद पर इंसान एक्टिव हो सकते हैं, जिसमें उनके रहने के लिए बस्ती होंगी और उनके काम में मदद करने के लिएरोवर्स होंगे, इस दशक में हम कुछ लंबे कालखंडों के लिए चांद पर रह सकते हैं। वहां इंसानों के रहने लायक जगह होगी। उनके पास जमीन पर रोवर्स होंगे। हम चांद की जमीन पर इंसानों को भेजेंगे और वो वहां रहकर वैज्ञानिक काम करेंगे। वैज्ञानिक जल्द ही वहां के वातावरण में ढल जाएंगे।