Ayodhya : अयोध्या में राम मंदिर का काम बहुत ही तेजी से चल रहा हैं। अब रामलला के भक्तों की खुशी का ठिकाना नहीं हैं। वहीं अब राम भक्तों का इंतजार खत्म हो गया हैं। बता दे कि भगवान राम के विराजमान होने का समय नजदीक आ गया हैं। राम भक्तों के सैकड़ों वर्षों का सपना अब साकार हो रहा हैं। वहीं कई दशकों की प्रतीक्षा के बाद 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर में रामलला विराजेंगे। 15 जनवरी 2023 से मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा शुरू हो जाएगी। इसके साथ प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में भव्य मंदिर में रामलला विराजमान होंगे।
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राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास जी महाराज ने बताया कि 15 जनवरी से 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगा। वहीं हमारी ओर से पीएमओ को पत्र लिखा गया और इसपर जवाब भी आ गया है।अब यह तय हो चुका है कि 22 तारीख को प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या आएंगे, तो प्राण प्रतिष्ठा 22 तारीख को ही होगी। इसके साथ इस कार्यक्रम के लिए और भी लोगों को बुलाया गया है।
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मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने आगे कहा..
भगवान राम का भव्य मंदिर बन गया है चाहे पक्ष हो या विपक्ष हो, जो भी यहां रामलला के दर्शन करने आएंगे उन सभी लोगों का स्वागत और सम्मान होगा। भगवान किसी एक व्यक्ति के नहीं सबके हैं। वसुधैव कुटुम्बकम् की दृष्टीकोण से जो भी आएंगे उनका सम्मान किया जाएगा। अभी उनके(राहुल गांधी) आने की कोई सूचना नहीं है।
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सबसे ज्यादा फोकस भीड़ नियंत्रण को लेकर हैं..
प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव 5 लाख गांव तक कैसे पहुंच सके इसको लेकर विचार चल रहा हैं। उन्होंने कहा कि समारोह में सबसे ज्यादा फोकस भीड़ नियंत्रण को लेकर हैं। अयोध्या में इतनी भीड़ आएगी तो अनुशासन बना रहे इस पर क्या रूपरेखा तैयार की जाय इस पर विचार हुआ।