Mukhtar Ansari: अलग-अलग आपराधिक मामलों में जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को तबियत बिगड़ने के बाद बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.माफिया मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज में आईसीयू में रखा गया था इसके बाद हालत में सुधार होने पर मंगलवार शाम को अस्पताल से उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। इस बीच गाजीपुर से बसपा सांसद और मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने मुलाकात के बाद मीडिया को बताया कि,मुख्तार अंसारी को सातवीं बार जेल में जान से मारने की कोशिश की गई है उन्हें खाने में जहर दिया गया इससे उनके पेट में दर्द की शिकायत हुई.मीडिया में बताया जा रहा है कि,रमजान में रोजे की वजह से उन्हें ऐसा हुआ है लेकिन ये गलत है।
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भाई अफजाल अंसारी ने जताया सरकार का धन्यवाद

मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने कहा,हम सरकार के शुक्रगुजार हैं कम से कम उन्हें इलाज तो मिला नहीं तो उनकी जान भी जा सकती थी.वहीं मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी ने कहा हमें सरकार पर भरोसा नहीं है.मैं अपने पिता से मिलने आया था लेकिन मुझे उनसे मिलने भी नहीं दिया गया.मुझे सरकार की तरफ से ही बुलाया गया था,लेकिन फिर भी मुझे नहीं मिलने दिया गया.जेल में उनको जहर देने का काम किया गया है,पूरी दुनिया देख रही है.हमको सरकार पर भरोसा नहीं है हमें ऊपर वाले पर भरोसा है।
बांदा जेल में शिफ्ट हुआ मुख्तार अंसारी
आपको बता दें कि,सोमवार को मुख्तार अंसारी की जेल में तबियत बिगड़ गई पेट में दर्द होने की समस्या और टॉयलेट में फिसलने के बाद जेल में पहले डॉक्टर ने उसका इलाज किया लेकिन आराम न मिलने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में एडमिट कराया गया.जहां उसका इलाज कराया गया और सारे टेस्ट किए गए.मेडिकल रिपोर्ट में फिट होने के बाद मंगलवार शाम को मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में शिफ्ट कर दिया गया।
दो मामलों में मिली है उम्रकैद की सजा

मुख्तार अंसारी को 8 केस में सजा सुनाई जा चुकी है,इनमें दो मामलों में उसे उम्रकैद की सजा मिली है.उसके ऊपर 65 मुकदमे दर्ज हैं.मुख्तार अंसारी के ऊपर भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का भी मुकदमा दर्ज है.29 नवंबर 2005 को मुख्तार अंसारी ने कृष्णानंद राय के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया था.वहीं वाराणसी कोर्ट ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है।
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