बिहार (बेतिया): संवाददाता- विनोद कुमार
Bettiah: चंपारण बेतिया क्षेत्र के साठी इलाके में एक रोजगार युवक बेरोजगार हो गया। अब युवक पंचायत में फंसे पैसे के लिए दर-दर भटक रहा है। अधिकारियों और पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से अपने दिए हुए रॉ मटेरियल के भुगतान के लिए प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक चक्कर लगा रहा है।
मामला लौरिया प्रखंड के धमौरा पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 1 का है। रविवार की दोपहर वार्ड नंबर 1 निवासी आलम फेवर ब्लॉक सर्विस के संचालक मामूर आलम ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि कोरोना काल के दौरान 2019 में बैंक से रोजगार को लेकर 10 लाख रुपया कर्ज लिया। जिसे अन्य लोगों को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से फेबर ब्लॉक बनाने की मशीन और रॉ मैटेरियल खरीदा था। उसी दरमियान पंचायत के मुखिया ललिता देवी के पति कमलेश यादव एवं रोजगार सेवक वीरेंद्र बैठा ने मिलकर कई योजनाओं के तहत 19 लाख 97 हजार का रॉ मैटेरियल धमौरा पंचायत के सोलिंग एवं अन्य काम कराने के लिए लिया था।
अधिकारियों ने ठेकेदार से मांग कमीशन के पैसे
जिसमें सात निश्चय योजना के तहत दो योजनाओं का भुगतान करा दिया गया था। बाद में मैने अपने पास से मजदूर और मटेरियल देकर साल 2020 से 2022 तक जो मैंने कार्य कराया था। जिसका भुगतान जब मैं मांगने रोजगार सेवक और मुखिया पति से गया तो उन्होंने कमीशन की मांग की गयी। जब मैनें उनकी पैसें की मांग पूरी नहीं की तो वह लोग पैसों की मांग को लेकर विवाद करने लगे। जिसके बाद मेरा भुगतान फसा दिया गया। इस मामले में रोजगार सेवक और मुखिया पति द्वारा मेरे ऊपर एससी-एसटी का केस भी कर दिया गया। जिसमें मुझे जेल भी जाना पड़ा।
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भुगतान को लेकर मैं प्रखंड तथा जिला यहां तक कि मुख्यमंत्री के पास भी पत्राचार किया, लेकिन मेरा जांच रिपोर्ट फाइलों में ही सीमित कर रह गया। उन्होंने बताया कि रोजगार सेवक और मुखिया पति की मिली भगत से पंचायत में लूट खसोट मची हुई है। मुखिया अपने आप को दबंग आदमी बताते हैं और धमकी देते हैं कि कहीं भी आवेदन देगा तो मेरा कुछ नहीं होगा।
मैं बहुत जल्द वर्तमान जिलाधिकारी को आवेदन देकर अपने भुगतान के लिए न्याय का गुहार लगाऊंगा। पैसा भुगतान नहीं होने के चलते फबेर ब्लॉक का मशीन बंद हो गई है। और मजदूर भी काम छोड़कर चले गए हैं। वहीं बैंक का कर्ज़ बढ़ता जा रहा है। मेरा पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर है। बच्चों की शिक्षा पर भी बुरा असर पड़ रहा है, उनकी पढाई रुकी है।