Indian Air Force War Exercises:भारतीय वायु सेना के जवानों ने जैसलमेर के सरहद पर एशिया की सबसे बड़ी रेंज पोखरन फायरिंग रेंज में इंडियन एयरफोर्स का फायर पावर डेमोस्ट्रेशन वायु शक्ति – 2024 शुरु हुआ। जिस दौरान उन्होनें अपनी ताकत दिखाई, साथ ही दुश्मनों को चेतावनी भी दी। इस अभ्यास के दौरान दो घंटे में दो वर्ग किलोमीटर के काल्पनिक युद्ध मैदान में लगभग 50 टन युद्द सामग्री का प्रयोग किया गया है।
भारतीय वायु सेना की मिसाइलों की ताकत को जानकर दुश्मन चौक से गए। वहीं इस युद्धाभ्यास के दौरान एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी बतौर चीफ गेस्ट मौजूद रहे।
वहीं इस वायु शक्ति 2024 एक्सरसाईज में मेक-इन-इंडिया पर खासतौर से जोर रहा, इसमें भारत में निर्मित हल्का लड़ाकू विमान तेजस ने अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया, साथ ही स्वदेशी तकनीक से बनी आकाश मिसाइल व समर मिसाइल ने भी लक्ष्य को सफलतापूर्वक नष्ट किया है।
आपको बता दें कि पांच वर्ष बाद एक बार फिर मरुस्थल के आकाश में भारत के वायु योद्धाओं ने साहस, शौर्य व पराक्रम के बूते दुनिया को हवाई शक्ति का दम दिखा दिया। इस बार की थीम नभस: वज्र प्रहारम् थी।
यह पहला मौका है जब वायु शक्ति में राफेल की एंट्री हुई है, राफेल ने हवा से जमीन पर हमला करते हुए आसमान से मीका मिसाइल फायर की, इस हमले में दुश्मन का ठिकाना मटियामेट हो गया, राफेल 2200 से 2300 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ान भरकर हमला करने में सक्षम है।
वहीं स्वदेशी तेजस ने आत्मनिर्भर भारत का संदेश देते हुए दुश्मन के इलाके में एंट्री ली , पलक झपकते ही 9 हजार फीट की ऊंचाई से गाइडेड बम से हमला किया तो मैदान में धमाकों की गूंज ने एक बार के लिए सबके कान सून्न कर दिए।
अब बारी थी दुश्मन के अस्त्र आयुध नष्ट करने की, मिग 29 ने एक के बाद एक बम सटीकता के साथ गिराकर दुश्मन के हथियारों के गोदाम को मानो गायब ही कर दिया, दुश्मन यह सब समझ पाता तब तक वायु वीरों मे 9 नंबर टारगेट को भी ढहा दिया, यह हमला नकुल फॉर्मेशन में हॉक मिसाइल से किया गया था।
भारतीय वायुसेना ने एक लंबी दूरी के मानवरहित ड्रोन का भी प्रदर्शन किया, जिसने सटीकता के साथ एक नकली दुश्मन रडार साइट को नष्ट कर दिया।