Mohammed Shami: वो शाम शानदार..या यू कहे कि वो शानदार शमी…15 नंवबर को Mohammed Shami ने इतिहास रच दिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में 7 विकेट लेकर शमी ने सिर्फ भारत को जीत नहीं दिलाई है बल्कि कई सारे रिकॉर्डों की बलि भी चढ़ाई। कुछ नए रिकॉर्ड बनाए तो कई पुराने रिकॉर्डों को खाक कर दिया। लेकिन वो कहते है न कि ऐसा नाम एक दिन में नही बनता है, और नही ऐसी पहचान एक दिन में मिलती हैं। तो चलिए डालते हैं एक नजर शमी की तरफ… कि कैसा रहा अभी तक का सफर…
शमी का शुरुआती सफर
Mohammed Shami वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में मिचेल स्टार्क को पीछे छोड़ दिया है। शमी ने यह कारनामा सिर्फ 17वीं इनिंग में करके दिखाया है, जबकि स्टार्क ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए 19 पारियां ली थीं। लेकिन जिस शमी की आज पुरा देश मुरीद हो गया है एक समय था जब उन्होने तीन बार सुसाइड करने का सोच लिया था।
Mohammed Shami का पारिवारिक जीवन
Mohammed Shami अमरोहा उत्तरप्रदेश के रहने वाले है। इनका जन्म 3 सितम्बर 1990 को तौसीफ अली के किसान परिवार में हुआ था, इनके पिता एक फार्मर होने के साथ-साथ तेज गेंदबाज भी थे, अली का सपना था कि मोहम्मद शमी बड़े होकर देश के लिए खेले, बचपन से लग्न और कड़ी मेहनत के बाद इनमें वे गुण दिखने लगे और मोहम्मद शमी को मुरादाबाद के cricket coach Badruddin Siddiqu के निर्देशन में भेज दिया गया।
शमी के परिवार में माता पिता के अलावा एक बहन और तीन भाई है। Mohammed Shami का क्रिकेट करियर बनाने में देबव्रत राय की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जब इन्होने शमी को एक बार अभ्यास करते हुए देखा तो इन्हें बंगाल के एक टाउन क्लब की टीम में इन्हें शामिल कर लिया। वार्षिक 75 हजार रूपये के साथ अनुबंध हुआ।
कुछ सालों की मेहनत के बाद इन्हें गेदबाजी में महारत हासिल हुई, इस दौरान इन्हें सौरव गांगुली को भी बोलिंग करने का अवसर मिला, यूपी के एक छोटे से शहर से कोलकाता में क्रिकेट का जूनून लिए शमी को प्रति मैच के 500 रूपये मिलते थे.. और वे क्लब के मैच खेला करते थे। एक बार बंगाल रणजी में चयन न होने पर अपनी परफोर्मेंस पर ध्यान देते रहे आखिर 2010 में Mohammed Shami को पहली बार बंगाल टीम की ओर से रणजी मैच खेलने का अवसर मिला, घरेलू प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद Mohammed Shami का चयन भारतीय क्रिकेट टीम में हो गया, और यही से जिंदगी ने बहुत सारे मोड़ दिखाए लेकिन शमी आज स्टार हैं, टीम इंडिया की ताकत हैं।
शमी पर टूटा दुखो का पहाड़
वर्ल्ड क्रिकेट में शमी आज जिस मुकाम पर खड़े हैं, वहां तक पहुंचने की ओर उन्होंने पहला सही कदम तब बढ़ाया जब घरेलू क्रिकेट खेलने का इरादा लिए यूपी से बंगाल का रुख किया… इसके बाद IPL से उन्हें पहचान मिली। आईपीएल में ही जिससे नैन लड़े उससे शादी की और आगे चलकर वो एक बेटी के पिता भी बने। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि बहुत सारी आलोंचनाओं का सामना भी करना पड़ा। मोहम्मद शमी जिस से प्यार करें जिस हसीन जहां से शादी की थी..उन्होंने ही उन पर घरेलू हिंसा का आरोप लगा दिया। शमी के खिलाफ केस कर दिया।
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मामला अदालत तक पहुंचा और दोनों में तलाक भी हो गया। शमी का दिल तोड़ने के लिए इतना ही काफी नहीं था। फिर उन्हे अपनी ही बेटी से दूर भी होना पड़ा। इस दर्द ने उन्हे और कमजोर कर दिया। सोशल मिडिया पर लाइव आकर वो बताते कि वो इतना परेशान हो चुके थे अपनी जिदंगी से कि तीन बार उन्होने सुसाइड करने का सोचा लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में लोग उनकी खुब आलोचना कर रहे थे। वो बताते है कि परिवार उनके साथ खड़ा न होता डटकर तो वो आज यहां न होते। लेकिन दाद देनी होगी शमी की जिस तरह से उन्होंने निजी जिंदगी में खुद को संभाला और वो आगे बढ़े। हर जख्म भरने के लिए उन्होंने क्रिकेट को ही अपना मरहम बना लिया है।
शमी जब टीम इंडिया के साथ नहीं होते तब भी क्रिकेट से उनका कनेक्शन खूब झलकता है। उनके उसी कनेक्शन का फायदा फिलहाल वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को मिल रहा है। 10 टीमों के दंगल में क्रिकेट नाम के मरहम को वो इतने अच्छे से लगाते दिखे हैं कि टीम इंडिया बिना कोई हार का दर्द सहे फाइनल तक पहुंच चुकी है।
पहले टूटा दिल….फिर तोड़े रिकॉर्ड
निजी जिदंगी में भले ही वो कितनी बार टूटे हुए हो। लेकिन शमी मैदान पर रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। बल्लेबाजों के विकेट उड़ा रहे हैं और विरोधी टीमों के दांत खट्टे कर रहे हैं। वर्ल्ड कप 2023 में उनकी गेंदबाजी का बखान जितना किया जाए वो कम है। पिच कैसी है शमी को उसकी परवाह नहीं। उन्होंने तो जैसे बस ठान रखा है कि हाथ में गेंद है तो सनसनी मचाएंगे।
हल्ला बोलेंगे… और वही हो रहा है..टूर्नामेंट में अब तक खेले सिर्फ 6 मैचों में ही शमी ने 23 विकेट झटक लिए हैं… मतलब सबसे ज्यादा विकेट वर्ल्ड कप 2023 में उनके ही नाम हैं। इस दौरान वो 4 बार 5 या उससे ज्यादा विकेट ले चुके हैं, जो कि वर्ल्ड कप के 48 साल के इतिहास में बना एक नया रिकॉर्ड है। वर्ल्ड कप के नॉक आउट मुकाबले में 7 विकेट झटकने वाले भी वो इकलौते गेंदबाज हैं। ये तो बस चंद बड़े रिकॉर्ड हैं, जो दिल टूटे इस गेंदबाज ने तोड़े हैं। लेकिन आगे भी शमी ऐसे ही और शानदार रिकॉर्ड बनाएंगे और भारत को फाइनल जीताएंगे।