Digital- Aanchal Singh
“मेरी माटी मेरा देश”: हम लोग हर साल 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की तैयारी बड़े जोरों से करते है। आज “मेरी माटी मेरा देश ” अभियान की शुरुआत हो रही है। हमारा देश 1947 को ब्रिटिश शासन की जंजीरों से आजाद हुआ था। इसलिए पूरा भारत देश हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते है जो बड़े ही खुशी और देश भक्ति की भावना के साथ मनाते है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 30 जुलाई को “मन की बात” के 103वें एपिसोड के में ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान की घोषणा की थी।
जिसमें वीरों को याद करने के लिए देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभियान की शुरुआत आज से होगी और इसका समापन समारोह 30 अगस्त को निर्धारित है।
कब तक चलेगा ये अभियान
इस (मेरी माटी मेरा देश) अभियान की शुरुआत आज से शुरूआत हो गई है। इसके तहत 15 अगस्त, 2023, स्वतंत्रता दिवस तक निर्धारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके बाद के कार्यक्रम 16 अगस्त, 2023 से ब्लॉक, नगर पालिका/निगम और राज्य स्तर पर होंगे। समापन समारोह कर्तव्य पथ, नई दिल्ली में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 30 अगस्त, 2023 को निर्धारित है।
“मेरी माटी मेरा देश” का उद्देश्य
“मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव अपूर्व चंद्रा के मुताबिक, ‘मेरी माटी मेरा देश’; आजादी का अमृत महोत्सव का समापन कार्यक्रम होगा। जिसके तहत भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल आयोजित राष्ट्रव्यापी अभियान, हर घर तिरंगा बेहद सफल रहा था और इस साल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘मेरी माटी मेरा देश’ शुरू किया जा रहा है।
अभियान में खास क्या है?
PM मोदी के अनुसार इस अभियान के तहत हमारे अमर शहीदों की याद में देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन विभूतियों की स्मृति में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे। इस दौरान देशभर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी आयोजित की जाएगी।
यह ‘अमृत कलश यात्रा’ देश के कोने-कोने से 7,500 कलशों में मिट्टी लेकर देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। यह यात्रा अपने साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7,500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास ‘अमृत वाटिका’ बनाई जाएगी। ये ‘अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी भव्य प्रतीक बनेगी।
गांव, पंचायत, ब्लॉक, कस्बे, शहर, नगर पालिका आदि के स्थानीय वीरों के बलिदान की भावना को सलाम करने वाली शिलाफलकम या स्मारक पट्टिकाएं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित की जाएंगी। इसमें उस क्षेत्र से संबंधित उन लोगों के नाम के साथ प्रधानमंत्री का संदेश होगा, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया था।
वेबसाइट और पोर्टल लॉन्च
इस अभियान के तहत एक वेबसाइट लॉन्च की गई है। जहां लोग मिट्टी या मिट्टी का दीपक हाथ में लेकर अपनी सेल्फी अपलोड कर सकते हैं। ऐसा करके, वे भारत को एक विकसित देश बनाने, गुलामी की मानसिकता को खत्म करने, हमारी समृद्ध विरासत पर गर्व करने, एकता और एकजुटता बनाए रखने, नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करने और राष्ट्र की रक्षा करने वालों का सम्मान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए पंच प्राण की प्रतिज्ञा ले सकते हैं।
एक बार प्रतिज्ञा लेने के बाद, भागीदारी का एक डिजिटल प्रमाणपत्र वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय की सचिव मीता राजीवलोचन ने बताया कि युवा सेल्फी और पौधरोपण जैसी अपनी गतिविधियों को इस वेबसाइट पर अपलोड करके भी पोर्टल के माध्यम से अभियान में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने युवाओं से अभियान में उत्साह के साथ भाग लेने और हमारी मातृभूमि के वीरों को श्रद्धांजलि देने के राष्ट्रव्यापी प्रयास में शामिल होने का आग्रह किया।