Akash Anand: तीसरे चरण के मतदान के साथ ही लोकसभा की आधे से अधिक सीटों पर चुनाव संपन्न हो गया है।वहीं इस चरण में 10 केंद्रीय मंत्रियों और चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 1331 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। इस बीच मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कोओर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी पद से हटा दिया है, इसके अलावा अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाने का निर्णय भी वापस ले लिया है।
बसपा सुप्रीमो ने उन्हें पिछले साल दिसंबर में अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। वहीं मायावती ने अपना फैसला वापस लेते हुए कहा कि पूर्ण परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग रखा जाएगा । इसके पीछे कोई एक कारण नहीं है कई हैं।”
Reda more : हरियाणा में सियासी खेला,नायब सरकार से नाराज हुए 3 निर्दलीय विधायक,वापस लिया समर्थन
आकाश आनंद से वापस लिया राजनीतिक उत्तराधिकार
वहीं मंगलवार रात मायावती ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाने की संबंधी पांच महीने पुरानी घोषणा को वापस लेने की जानकारी इंटरनेट मीडिया एक्स पर दी है।मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने फैसले की जानकारी देते हुए लिखा, ‘विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के आत्मसम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी जिन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है।
‘उन्होंने कहा, ‘इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।
Reda more : आज का राशिफल: 08 May-2024 ,aaj-ka-rashifal- 08-05-2024
आकाश आनंद के विवादित बयान
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले उन्होंने सीतापुर में बीजेपी सरकार को ‘आतंक की सरकार’ करार दिया था। जिसके बाद उन पर एफआईआर भी दर्ज हो गई थी। इसके अलावा दो-तीन जगहों पर बयान देते वक्त वह इतने जोश में आ गए कि उनके मुंह से गाली जैसे शब्द निकल पड़े। वहीं आवेश में दिए उनके बयानों की भी काफी आलोचना हो रही थी जिसमें ‘जूते मारने का मन करता है’ जैसे बयान शामिल हैं।
Reda more : तीसरे चरण में यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न, कुल 57.34 फीसदी पड़े वोट
‘अगर मैं भी नहीं चला सका तो मुझे भी हटाया जा सकता”
सूत्रों के मुताबिक आकाश आनंद के इन बयानों ने मायावती को नाराज कर दिया। जिस तरह की राजनीति मायावती करती रही हैं और जिस तरह के बयान वह देती आई हैं उसमें आकाश आनंद की यह भाषा-शैली ‘मिसफिट’ हो रही थी। माना यह भी जा रहा है कि पार्टी के भीतर एक बड़ा धड़ा आकाश आनंद के इन बयानों से नाराज था।वहीं कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू में आकाश आनंद ने पार्टी में अपनी भूमिका पर बात करते हुए कहा था कि बहुत लोगों को मौके दिए गए लेकिन नहीं चल पाया। मुझे इस बार यह जिम्मेदारी दी गई है, अगर मैं भी नहीं चला सका तो मुझे भी हटाया जा सकता है।