बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि,लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और चुनाव में अकेले अपने दम पर उतरेगी.बार-बार इंडिया गठबंधन में शामिल होने की खबरों को लेकर भी मायावती ने अपनी नाराजगी जताई है उन्होंने कहा है कि,अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए बहुजन समाज पार्टी चुनाव में अपने दम पर उतरेगी और लड़ेगी।
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बसपा किसी के साथ नहीं करेगी गठबंधन-मायावती
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक के बाद एक दो पोस्ट करते हुए लिखा है,आगामी लोकसभा आम चुनाव बीएसपी द्वारा किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करने की बार-बार स्पष्ट घोषणा के बावजूद आए दिन गठबंधन संबंधी अफवाह फैलाना ये साबित करता है कि,बीएसपी के बिना कुछ पार्टियों की यहां सही से दाल गलने वाली नहीं है,जबकि बीएसपी को अपने लोगों का हित सर्वोपरि है।
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पार्टी कार्यकर्ता अफवाहों से सावधान रहें-मायावती
अपनी एक अन्य पोस्ट में बसपा सुप्रीमो ने लिखा है,अत: सर्वसमाज के ख़ासकर ग़रीबों, शोषितों एवं उपेक्षितों के हित व कल्याण के मद्देनज़र बीएसपी का देश भर में अपने लोगों के तन, मन, धन के सहारे अकेले अपने बलबूते पर लोकसभा आमचुनाव लड़ने का फैसला अटल है.लोग अफवाहों से ज़रूर सावधान रहें।मायावती ने स्पष्ट किया है कि,लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का उनका फैसला बदलने वाला नहीं है,उन्होंने कार्यकर्ताओं को चेताया है कि,इस तरह की सभी अफवाहों से सावधान रहें उनकी पार्टी किसी के साथ कोई गठबंधन नहीं करने जा रही है,बसपा अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी।
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विपक्षी दल बसपा को साथ लाने में जुटी
आपको बता दें कि,मायावती की बहुजन समाज पार्टी यूपी की राजनीति में 25 फीसदी वोट के लिए राजनीति करती रही है.दलित और मुस्लिम वोटरों के दम पर बसपा ने कुछ चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन बात अगर 2022 विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव की करें तो बसपा इन दोनों ही चुनावों में कुछ खास नहीं कर सकी थी।मायावती भले ही अब चुनाव प्रचार कम करती हों लेकिन उनका समर्पित वोट बैंक हमेशा उनके साथ खड़ा दिखता है.जाहिर है यूपी में कांग्रेस की स्थिति अच्छी नहीं है ऐसे में कांग्रेस की चुनाव से पहले कोशिश है कि,बसपा के साथ मिलकर वो अपने वोट बैंक को मजबूत कर पाए यही कारण है चुनाव से पहले कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल बसपा को अपने गठबंधन में मिलाना चाहते हैं ताकि विपक्षी दलों का जनाधार यूपी में बढ़ सके।